बागेश्वर: जनपद के कपकोट ब्लॉक में एक शादी में फूड प्वाइजनिंग हो गई थी। शादी में पहुंचे करीब 300 लोग इसका शिकार हो गए थे। कल दो लोगों ने दम तोड़ दिया था। आज इलाज के दौरान एक और महिला हल्द्वानी में दम तोड़ दिया। प्रशासन की मानें तो बागेश्वर से लेकर अल्मोड़ा, कफकोट और हल्द्वानी के अस्पतालों में 253 लोगों को इलाज कराया जा रहा है। उधर, मुख्यमंत्री त्रिवेंदर सिंह रावत ने कहा कि सभी प्रभावित लोगों का उपचार सरकारी और निजी अस्पतालों में निशुल्क कराया जाएगा। साथ ही लोगों की मादद भी की जायेगी।
प्रदेश में बागेश्वर की एक शादी में फूड प्वाइजनिंग का अब तक सबसे बड़ा मामला सामने आया है। बारात का खाना खाने से शादी में पहुंचे करीब 300 लोग बीमारी हो गए थे। इनमें से 253 लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। फूड प्वाजनिंग के चपेट में आए लोगों में से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए लोगों का इलाज बेरीनाग, कफकोट, बागेश्वर, अल्मोड़ा और हल्द्वानी समेत कुमाऊं मंडल के कुल पांच अस्पतालों में चल रहा है। इसके अलावा कुछ मरीज दूसरे अस्पतालों में भी भर्ती कराए गए हैं। जानकारी के अनुसार फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए ज्यादातर लोगों की हालत में सुधार देखने को मिल रहा है।
फूड प्वाइजनिंग का शिकार पूर्व विधायक ललित फर्सवान भी हुए। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग मामले की जांच में जुट गए हैं। बारात से खाने के सैंपल लिए गए हैं। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि खाना बनाने वालों ने खाने में ऐसा क्या डाल दिया था, जिससे एक साथ इतनी संख्या में लोगों को फूड प्वाइजनिंग हो गई।