रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग जनपद में रेल पथ निर्माण को लेकर मंगलवार को सुमेरपुर में अतिंम जन सुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रेल लाइन निर्माण से प्रभावित जनपद के 10 गांवों की जनता ने जनसुनवाई कार्यक्रम में प्रतिभाग किया और अपनी आपत्तियों पर प्रशासन का रुख जाना। जिले में दैजीमाण्डा खाकरा से लेकर रतूडा नगरासू तक रेलवे लाइन व स्टेशन निर्माण का कार्य प्रस्तावित है जिसको लेकर करीब 15 जनसुनवाइयां हो चुकी है और मंगलवार को जिलाधिकारी की अध्यक्षता में अंतिम जन सुनवाई व शिकायत निवारण का शिविर आयोजित किया गया। शिविर में प्रभावितों का साफ कहना था कि रेलवे निगम द्वारा उन्हें अभी तक भी सभी जानकारियों से दूर रखा गया और हर बार नियमों व एक्ट की बातों के जरिये जनता को बरगलाने का प्रयास किया जा रहा है। जिस पर डीएम ने रेलवे विभाग को स्पष्ट निर्देश दिये कि एक्ट के तहत जो भी कार्यवाही अमल में लाई जानी है उससे जनता को पूरी तरह से अवगत करवाया जाय जिससे आने वाले दिनों में कोई भी दिक्कतें ना हों। वहीं जन सुनवाई कार्यक्रम में नौकरी, मुआवजा, गोल खातों को लेकर प्रशासन की ओर से स्थिति स्पष्ट करना व मानकों के सही तरीके से प्रतिपालन को लेकर समस्याएं उठी साथ ही कई प्रभावितों का कहना था कि उन पर दो तरफा मार पड रही है। एक और तो रेल पथ निर्माण में उनकी जमीन अधिगृहित की जा रही है वहीं सडक किनारे की जमीन राजमार्ग विभाग द्वारा ली जा रही है। ऐसे में कम कास्त रखने वाले प्रभावित आने वाले दिनों में भूमिहीन हो जायेंगे। जिस पर जिलाधिकारी ने फिर से तीन परिवारों के सर्वेक्षण के निर्देश दिये और आश्वस्त किया कि जनता की अपेक्षाओं के अनुरुप ही रेल पथ निर्माण का कार्य सम्पादित किया जायेगा।