कोलकाता: पश्चिम बंगाल की बसीरहाट लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस की सांसद और अभिनेत्री नुसरत जहां माथे पर सिंदूर, हाथों में चूड़ियां और साड़ी पहनकर संसद पहुंचने के बाद से ही लगातार कट्टरपंथियों के निशाने पर चल रही हैं। इस्कॉन मंदिर में श्री जगन्नाथ यात्रा में शामिल होने पहुंची नुसरत जहां ने एक बार फिर से स्पष्ट किया कि वह जन्म से मुस्लिम थीं और आज भी मुस्लिम हैं। नुसरत गुरुवार को श्रीजगन्नाथ रथयात्रा में शामिल हुईं, जिसके बाद वह एक बार फिर कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गईं।
हिंदू बिजनसमैन निखिल जैन से शादी रचाने वाली नुसरत जहां ने अपने खिलाफ जारी कथित फतवे पर कहा, ‘जो चीजें आधारहीन होती हैं, मैं उन पर ध्यान नहीं देती हूं। मैं अपना धर्म जानती हूं। मैं जन्म से मुस्लिम हूं और आज भी मुस्लिम हूं। यह आस्था का मामला है। इसे आपको अपने अंदर से महसूस करना होता है न कि अपने दिमाग से।’ नुसरत जहां कोलकाता के इस्कॉन मंदिर से निकली रथयात्रा के दौरान विशेष अतिथि थीं और सीएम ममता बनर्जी के साथ पूरे कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहीं।
#WATCH Kolkata: West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee and TMC MP Nusrat Jahan flag off #JagannathRathYatra pic.twitter.com/Qf0hgyVeXu
— ANI (@ANI) July 4, 2019
नुसरत जहां ने यात्रा से पहले पूजा की और नारियल भी फोड़ा। उन्होंने ममता बनर्जी के साथ रथ भी खींचा। नुसरत के रथ खींचने पर वह एकबार फिर कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गईं। बता दें कि नुसरत के सिंदूर लगाने और मंगलसूत्र पर कुछ मुस्लिम कट्टरपंथियों ने सवाल खड़े कर दिए थे।
आलोचकों को तीखा जवाब देते हुए नुसरत ने कहा कि उन्होंने वही किया, जो उनके दिल ने उनसे कहा। नुसरत ने खुद को सेक्युलर बताते हुए आगे कहा, ‘हम विकास की राह में बढ़ते नए भारत के नागरिक हैं, जहां पर सभी परंपराओं और संस्कृतियों का सम्मान होना जरूरी है। भगवान के नाम पर क्यों लोगों को बांट दिया जाता है। हां, मैं एक मुस्लिम हूं और सेक्युलर भारत की नागरिक हूं। मेरा धर्म भगवान के नाम पर लोगों को बांटना नहीं सिखाता है।’