नई दिल्ली: भारतीय सेना के अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि पाकिस्तान पर आतंक के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) का दबाव है। उन्होंने कहा कि ग्रे लिस्ट में रहना किसी भी देश की असफलता को दर्शाता है। एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट करने की चेतावनी दी है।
सेना अध्यक्ष ने कहा उनपर बहुत दबाव है। उन्हें कार्रवाई करनी होगी। हम चाहते हैं कि वह शांति बहाल करने की दिशा में काम करें। ग्रे लिस्ट में होना किसी भी देश की नाकामयाबी है। एफएटीएफ एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है जो आतंकी फंडिंग पर नजर रखती है। उसने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए आतंकी फंडिंग को रोकने के लिए फरवरी तक का समय दिया है। यदि वह ऐसा नहीं करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आपको बता दें कि आतंकी फंडिंग रोकने में नाकाम रहा पाकिस्तान को एफएटीएफ ने अंतिम अल्टीमेटम दे दिया है। एफएटीएफ का ने कहा है कि यदि पाकिस्तान चार महीने में आतंकवाद को मदद देना बंद नहीं करेगा तो गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। एफएटीएफ ने पांच दिन की बैठक के बाद शुक्रवार को पाकिस्तान को अगले चार महीने तक ग्रे सूची में बरकरार रखने की घोषणा की है। साथ ही आगाह किया कि अगर पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ एफएटीएफ द्वारा तय 27 मानकों को पूरा नहीं किया तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा। गौरतलब है कि पाकिस्तान अब तक 5 मानक ही पूरे कर पाया है।
#WATCH "There is pressure on them. They have to take action. We would like them to work towards restoring peace. To be on such a 'Grey List' is a setback for any nation," says Army Chief General Bipin Rawat on Financial Action Task Force warns Pakistan of blacklisting pic.twitter.com/43V7Y6aBr9
— ANI (@ANI) October 19, 2019