देहरादून: जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेशभर की सहकारी/ सार्वजनिक तथा निजी क्षेत्र की चीनी मिलों ने पेराई सत्र 2019-20 तक के सभी किसानों के गन्ने का भुगतान कर दिया गया है, लेकिन जनपद हरिद्वार की इकबालपुर चीनी मिल से संबद्ध किसानों का पेराई सत्र वर्ष 2017-18 का 74.5 6 करोड़, 2018-19 का 104.74 तथा 2019- 20 का 15.55 करोड़ रूपया रुपए का भुगतान आज तक नहीं किया गया, जिससे किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
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नेगी ने हैरानी जताई कि सदन में संसदीय कार्य मंत्री कौशिक ने वक्तव्य जारी किया कि सभी गन्ना किसानों का भुगतान हो चुका है तथा उनके वक्तव्य के पश्चात विपक्ष भी बगले झांकने लगा। यानी विपक्ष आधी-अधूरी तैयारी के साथ सदन में पहुंचा था, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। सभी चीनी मिलों यथा बाजपुर कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्री, दि किसान सहकारी चीनी मिल्स, नादेही, किच्छा शुगर कंपनी, डोईवाला शुगर कंपनी, उत्तम शुगर मिल्स, आरबीएनएस शुगर मिल्स आदि सभी मिलो पर किसानों का कुछ भी बकाया नहीं है, जोकि बहुत अच्छी बात है।
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नेगी ने कहा कि कई-कई वर्षों तक गन्ना किसानों के भुगतान के मामले में सरकार की उदासीनता निश्चित तौर पर किसानों के साथ बहुत बड़ा छलावा है। चीनी मिल द्वारा किसानों का बकाया भुगतान नहीं किया गया, लेकिन सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। नेगी ने कहा कि सत्तापक्ष व विपक्ष द्वारा भी बकाया भुगतान की धनराशि के मामले में सही आंकड़े पेश नहीं किए गए हैं। मोर्चा सरकार से किसानों के बकाया भुगतान के मामले श्वेत पत्र जारी करने की मांग करता है।
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