देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पत्नि शिक्षिका सुनीता रावत के दस्तावेजों पर सवाल उठने के बाद उनकी जांच कराई गई। सूत्रों की मानें तो जांच में सीएम की पत्नि के दस्तावेज पूरी तरह सही पाए गए हैं। मामले की जांच के लिए दो टीमों ने पौड़ी और इलाहबाद में उन शैक्षणिक संस्थानों में दस्तावेजों की जांच की गई, जहां से उन्होंने पढ़ाई की थी। दस्तावेजों के सही पाए जाने के बाद एक बात तो तय हो गई है कि आरोप लगाने वाले सुभाष शर्मा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस मामले में अभी पुलिस ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया की अभी इस सम्बन्ध में कोई भी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गयी है।
भाजपा नेता जिला पंचायत सदस्य सुभाष शर्मा ने सीएम की पत्नि के दस्तावेजों को मीडिया में गलत बताया था। दस्तावेजों को गलत बताने के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने आरोपों की जांच के लिए टीमें गठित की थी। टीमों ने अपनी जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी है। जांच में उनके दस्तावेज पूरी तरह सही हैं।
जांच रिपोर्ट आने के बाद सुभाष शर्मा की मुश्किलें बढ़नी तय मानी जा जाही हैं। गौरतलब है कि उनके खिलाफ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पत्नि सुनीता रावत ने मुकदमा दर्ज कराया है। सूत्रों की मानें तो आरोप लगाने वाले सुभाष शर्मा बैकफुट पर आग गए हैं और हाईकोर्ट की शरण में जाने की तैयारी में हैं। हालांकि उन्होंने इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।