देहरादून: सोमवार को थाना प्रेमनगर पर पंजीकृत मु0अ0स0 162/18 धारा 420/467/ 468/471/120बी आईपीसी वादिनी एकता चोपड़ा की लिखित तहरीर और जांच SIT भूमि शाखा और आदेशानुसार पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल/SIT भूमि के पंजीकृत किया गया था। जांच में पाया गया था कि, वादिनी की माता मंजुल सिंह बिष्ट के नाम से सुधोवाला रिजेंटा होटल के सामने जमीन है, जिसे किसी फर्जी महिला द्वारा 2 अगस्त 2017 को किसी मनोज भंडारी नाम के व्यक्ति को बेचकर रजिस्ट्री करा कर जमीन का दाखिल खारिज अपने नाम कर दिया है तथा रजिस्ट्री का 3 लाख रुपये फर्जी महिला द्वारा मंजुल सिंह बिष्ट के नाम से बैंक ऑफ बड़ौदा सिविल लाइन्स रुड़की में मौजूद खाता में जमा हुआ है, जिस संबंध मे फर्जी महिला जमीन क्रेता और रजिस्ट्री के दो गवाहों के खिलाफ उक्त अभियोग पंजीकृत किया गया था।
जिसमे अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं फर्जी महिला का पता लगाने हेतु थानाध्यक्ष प्रेमनगर एवं विवेचक को आदेशित किया गया। जिसमे रजिस्ट्री के एक गवाह फरमान अली को मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया तथा फर्जी महिला के बैंक डिटेल और मुखबिरों से जानकारी करते हुए और फर्जी महिला के असली नाम के जानकारी मिली कि इस महिला का नाम उषा है। जिस पर उषा नाम की फेसबुक आईडी से महिला की फ़ोटो निकालकर बैंक में लगी फ़ोटो से मिलान करने पर महिला के बारे मे जानकारी की गई, तो पता चला कि उक्त महिला हरिद्वार में सिडकुल के आसपास रहती है और कॉसमटिक्स की दुकान चलाती है और अक्सर जमीन के सौदे के लिए देहरादून आती रहती है।
गुरूवार को मुखबिर द्वारा सूचना दी गयी कि, उक्त महिला देहरादून आयी है और वापस हरिद्वार जाने के लिए रिस्पना पुल के पास आने वाली है। मुखबिर की सूचना पर उक्त फर्जी महिला को आज रिस्पना पुल के पास से गिरफ्तार किया गया और महिला के पास से फर्जी मंजुल सिंह बिष्ट के नाम का आधार कार्ड भी बरामद हुआ है। महिला से पूछताछ कर अन्य लोगों के बारे मे भी जानकारी मिली है। महिला द्वारा अपना जुर्म स्वीकार किया और बताया कि लालच में आकर यह काम कर रही थी, जिसमे मेरे साथ अन्य लोग भी शामिल है। जिनके बारे मे भी जानकारी की जा रही है। अन्य अभियुक्तों के बारे मे भी जानकारी कर गिरफ्तारी की जाएगी। अभियुक्ता की पहचान उषा पत्नी देवेंद्र निवासी अहमदपुर रानीपुर रेंज थाना सिडकुल जनपद हरिद्वार के रूप में हुई।