वॉट्सऐप यूजर्स के लिए जरुरी खबर है। चुनावी दिनों के दौरान फर्जी खबरें या आपत्तिजनक कॉन्टेंट को फैलने से रोकने के लिए वॉट्सऐप ने बड़ा कदम उठाया है। चुनाव आयोग के आदेश पर वॉट्सऐप ने उन मोबाइल नंबर्स को ब्लॉक करना शुरू कर दिया है जो चुनाव संबंधी फर्जी खबरें या आपत्तिजनक कॉन्टेंट फैला रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार वॉट्सऐप ने इस क्रम में पहला वॉट्सऐप नंबर 11 अप्रैल को मतदान से पहले डिऐक्टिवेट किया गया था। भारतीय चुनाव आयोग ने हाल ही में हुई मीटिंग के दौरान कहा था कि वॉट्सऐप ऐसे फोन नंबरों पर लगाम लगाएं जोकि चुनावी दिनों के दौरान फर्जी खबरें या आपत्तिजनक कॉन्टेंट को शेयर करते है। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि वॉट्सऐप के अलावा, 500 फेसबुक पोस्ट, लिंक और ट्विटर के दो पोस्ट मतदान के पहले चरण से 48 घंटे पहले की अवधि के दौरान हटा दिए गए थे। गौर हो कि हाल ही में सोशल मीडिया कंपनियों ने आपत्तिजनक कॉन्टेंट को डिलीट करने और राजनीतिक विज्ञापन में पारदर्शिता लाने के लिए एक स्वैच्छिक संहिता का पालन करने के लिए सहमति व्यक्त की थी। इसके बाद सबसे बड़ी चिंता इस बात को लेकर थी कि आखिर वॉट्सऐप पर यह नियम कैसे लागू हो पाएगा। क्योंकि चुनाव आयोग द्वारा भेजे गए आपत्तिजनक कॉन्टेंट को फेसबुक और ट्विटर से हटा दिया जाता है, लेकिन वॉट्सऐप एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन द्वारा सुरक्षित होता है। ऐसे में वॉट्सऐप के पास इन नंबरों को ब्लॉक करने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है।