देहरादून: प्रभारी एसटीएफ ने बताया कि, एसटीएफ को इनपुट मिला था कि, देहरादून में कुछ लोग सेना से सम्बन्धित दस्तावेज फर्जी तरीके से तैयार कर लोगों को विदेश भेज रहे हैं तथा उन्हें फर्जी तरीके से नौकरियाँ दिलवा कर अवैध धन अर्जित कर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे है।
उपरोक्त सूचना के आधार पर एसटीएफ व आर्मी इन्टेलीजेन्स की एक संयुक्त टीम का गठन किया गया। एसटीएफ एवं आर्मी इन्टेलीजेन्स द्वारा विगत कई दिनों से सूचना संकलित की जा रही थी। इसी क्रम में एसटीएफ को सूचना प्राप्त हुई थी कि, विक्की थापा नाम का व्यक्ति जो दूधली रोड मोथरावाला में रहता है, उसके द्वारा सेना के फर्जी दस्तावेज बनवाकर विदेश जाने की तैयारी कर रहा है। इस सूचना के आधार पर दिनांक 20.01.2021 को एसटीएफ एवं आर्मी इन्टेलीजेन्स की संयुक्त टीम द्वारा दूधलीरोड, मोथरोवाला स्थित इन्द्रपुरी फार्म के पास से एक व्यक्ति को पकड़ कर उससे पूछ-ताछ की गई तो उसके द्वारा अपना नाम विक्की थापा बताया।
गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की तालाशी लेने पर उसकी जैकेट की जेब से सेना से सम्बन्धित कुछ दस्तावेज बरामद हुए। पूछताछ में गिरफ्तार हुए व्यक्ति द्वारा बताया गया कि जोहड़ी गाँव में रघुवीर सिंह नाम के एक व्यक्ति है, जो इसी प्रकार से सेना के फर्जी दस्तावेज बनाकर लोगो को विदेश भिजवाने का काम करता है तथा इसके एवज में लोगों से भारी धन वसूलता है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा गिरफ्तार किये गए व्यक्ति विक्की की निशानदेही पर थाना राजपुर क्षेत्र के जोहड़ी गांव में रघुवीर सिंह के घर पर गए तथा उससे पूछ-ताछ की गई। गहनता से पूछ-ताछ करने पर रघुवीर सिंह ने अपने घर के एक कमरे में रखे बैड के अन्दर से सेना से सम्बन्धित कुछ दस्तावेज, 20 मोहरे व 90 सेना की पुस्तिका जिनमें से 44 पुस्तकें भरी हुई थी, बरामद की गई।
रघुवीर सिंह ने पूछ-ताछ के दौरान बताया कि उसके द्वारा सेना के यह दस्तावेज भैरवदत्त कोटनाला की बंजारावाला स्थित ओम जय श्री प्रिन्ट एण्ड स्टेशनरी नाम की प्रिन्टिंग प्रेस से तैयार कराये जाते हैं। रघुवीर सिंह द्वारा बताई गई सूचना के आधार पर पुलिस टीम द्वारा भैरवदत्त के घर पर जाकर उससे प्रिन्टिंग प्रेस के बारे में पूछ-ताछ की गई एवं उसके प्रिन्टिंग प्रेस के कम्पूयटर की जाँच पड़ताल से सेना के फर्जी दस्तावेजों की प्रिन्टिंग, इस प्रेस में होने की पुष्टि हुई एवं वहाँ पर ली गई तलाशी पर प्रिन्ट हुई सेना की कुछ पुस्तके भी बरामद की गई।
उपरोक्त सम्बन्ध की गई जानकारी से ज्ञात हुआ है कि, उपरोक्त अभियुक्तगण द्वारा सेना के फर्जी दस्तावेज तैयार कर अब तक लगभग 100 से अधिक लोगों को विदेश भेजा जा चुका है।
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इस सम्बन्ध में एसटीएफ व आर्मी इन्टेलीजेन्स द्वारा उक्त व्यक्तियों के विदेशों में सम्बन्ध होने के बारें में तथा जिन लोगों को अभी तक इनके द्वारा विदेश भेजा गया है, उनके सम्बन्ध में तथा गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों के बैंक खातों के सम्बन्ध में जानकारी संकलित की जा रही है। उक्त के अतिरिक्त इन व्यक्तियों का किसी राष्ट्रविरोधी व आतंकवादी संगठनों से सम्बन्ध होने के बारे में भी गहनता से जाँच की जा रही है। इन व्यक्तियों द्वारा फर्जी पासपोर्ट बनाये जाने की बात भी प्रकाश में आई है जिसके सम्बन्ध में भी जाँच की जा रही है।
गिरफ्तार किये गए तीनों अभियुक्तो से पूछ-ताछ के दौरान उनके द्वारा बताया गया कि, उनके द्वारा लागों को सेना का रिटार्यड व्यक्ति बनाकर व्यक्तियों के सेना के फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनको अफगानिस्तान, पाकिस्तान, दुबई व इराक आदि देशों में नौकरी दिलवाने के नाम पर मोटी रकम वसूल की जाती थी। गिरफ्तार किया गया अभियुक्त रघुवीर सिंह पाल सेना का रिटार्यड व्यक्ति है तथा ग्राम जोहड़ी का वर्ष 2008 से 2013 तक उप प्रधान भी रह चुका है । पूछ-ताछ में कुछ Placement Agencies के नाम भी प्रकाश में आई हैं, जिनके सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है।
गठित टीम में उप निरीक्षक यादवेन्द्र सिंह बाजवा, हे0का0 वेद भट्ट, कान्स0 लोकेन्द्र, कान्स0 महेन्द्र नेगी, कान्स0 विजेन्द्र चैहान, कान्स0 मोहन असवाल व कान्स0 दीपक चन्दोला शामिल थे।
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गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण;
विक्की थाना पुत्र कुमार बहादुर थापा, दूधली ग्राम बड़कली, थाना क्लेमनटाउन देहरादून।
रघुवीर सिंह पुत्र बख्तावर सिंह, निवासी जोहड़ी थाना राजपुर, देहरादून।
भैरवदत्त कोटनाला पुत्र आशाराम कोटनाला, निवासी पंचायत भवन रोड बंजारावाला, थाना पटेलनगर, देहरादून।