देहरादून: प्रदेश में महंगे भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थानों में दूसरे राज्यों में जाकर पढ़ाई नहीं कर पाने वाले युवा अब प्रदेश में ही गेल इंडिया और सेंटर फार सोशल रेस्पांसबिलिटी एंड लीडरशिप (सीएसआरएल) के सुपर 100 सेंटरों में अपने प्रदेश में ही पढ़ाई कर सकेंगे। इसके लिए अल्मोड़ा और श्रीनगर में सरकार की मदद से यह संस्थान अपने सुपर 100 सेंटर खोलने जा रहे हैं। इनमें पढ़ाई के लिए लोन लेने वालों को सहकारिता विभाग मदद करेगा। साथ ही सरकार दूसरे बैंकों से भी कम ब्याज दरों पर लोने दिलाएगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पहल पर राज्य के मंगलवार को देर शाम को जनता मिलन हाल में सरकार, गेल (इंडिया) लिमिटेड और सेंटर फार सोशल रेस्पांसबिलिटी एण्ड लीडरशिप (सीएसआरएल) के बीच एमओयू साइन हुआ है। इसके तहत गढ़वाल के श्रीनगर और कुमाऊं के अल्मोड़ा में गेल उत्कर्ष सुपर 100 के दो केन्द्र स्थापित किये जाएंगे। जिनमें राज्य के युवाओं को मंहगी पाढ़ाई सस्ते में कराई जाएगी। एनडीए के लिये 50 छात्रों को देहरादून में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें 10 सीटें शहीद सैनिकों के बच्चों के लिये निर्धारित रहेंगी। सभी जिला मुख्यलयों के डिग्री कालेजों में आईएएस और आईपीएस की कोचिंग भी कराई जाएगी। एमओयू पर मुख्यमंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत गेल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक बीसी त्रिपाठी, कार्यकारी निदेशक वंदना चानना और सेंटर फार सोशल रिस्पांसबिलिटी एंड लीडरशिप (सीएसआरएल) के निदेशक एसके शाही ने साइन किए।
गेल इंडिया छात्रों को उच्च तकनीकि संस्थानों में प्रवेश के प्रशिक्षण के लिये प्रतिवर्ष 2.50 करोड़ देगा। साथ ही प्रवेश पाने वाले छात्रों को 5 हजार प्रतिमाह छात्रवृत्ति भी देगा। धन सिंह रावत ने कहा कि सहकारिता विभाग के माध्यम से अन्य बैंको की ब्याज दर से एक प्रतिशत कम पर लोन दिया जाएगा।