नई दिल्ली: भारतीय टीम में हनुमान शामिल हो गए हैं। टीम में बैटिंग में हो रही चिंताओं के बीच हनुमा को टीम में शामिल कर लिया। आखिरी दो टेस्टों में हनुमा टीम के साथ रहेंगे। ये बात अलग है कि उनको अपना जौहर दिखाने का मौका मिलता है या नहीं। केवल हुनमा ही नहीं। पृथ्वी भी टीम में शामिल किए गए हैं। अब देखना यह होगा कि हनुमा और पृथ्वी के जुड़ने से टीम इंडिया को कितनी ताकत मिल पाती है।
अब आपको असल बात बाते हैं। दरअसल, भारतीय चयनकर्ताओं ने इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए टीम में दोे बदलाव किए हैं। इन दो नामों के टीम में शामिल होने पर टीम में मौजूदा दौर में खेल रहे बड़े नामों पर पड़ सकता है। सीधेतौर पर यह भी कह सकते हैं कि उनको बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है। मुरली विजय और कुलदीप यादव को टीम से पहले ही बाहर कर दिए गए हैं। जबकि टीम में पहली बार युवा खिलाड़ी पृथ्वी शॉ और हनुमा विहारी को जगह दी है। पृथ्वी शॉ ने हाल ही में जमकर रन बनाए हैं। पृथ्वी की चर्चाएं भी होती रहती हैं। लेकिन, हनुमान विहारी के नाम को शामिल करने ने सबको चैंका दिया है।
ये हैं हनुमा बिहारी
हनुमा विहारी कुछ लोगों के लिए नया जरूर हो सकते हैं, लेकिन गुमनाम जैसा नहीं कहा जा सकता। अंडर-19 और घरेलू क्रिकेट में पिछले काफी समय से 24 वर्षीय हनुमा बिहारी खूब नाम कमा रहे हैं। आंध्र प्रदेश के काकिनड़ा दाएं हाथ के बल्लेबाज काम चलाऊ ऑफ स्पिनर भी हैं। हनुमा ने अब तक 59 फस्र्ट क्लास क्रिकेट मैचों में 61.02 की शानदार औसत से 4821 रन बनाए हैं। इनमें 14 शतक और 22 अर्धशतक शामिल हैं। लिस्ट-ए क्रिकेट के 56 मैचों में 2268 रन बना चुके हैं। इनमें 4 शतक और 13 अर्धशतक शामिल हैं। हनुमा 2012 की अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप की चैंपियन टीम का हिस्सा भी रहे। हाल ही में इंग्लैंड में इंडिया-ए टीम का हिस्सा रहे। इंग्लैंड-ए के खिलाफ वनडे सीरीज के चार मैचों में एक शतक के साथ 291 रन बनाए थे।
हनुमा ने पिछले सालऐतिहासिक पारी खेली थी। पिछले साल अक्टूबर में हनुमा विहारी तब सुर्खियों में आ गए थे, जब उन्होंने रणजी ट्रॉफी मैच में आंध्र प्रदेश की तरफ से खेलते हुए ओडीशा के खिलाफ तिहरा शतक जड़ दिया था। उन्होंने नाबाद 302 रनों की पारी खेली थी। 2017-18 के रणजी ट्रॉफी सीजन में 6 मैचों में 752 रन बनाए थे। फस्र्ट क्लास में 19 विकेट भी अपने नाम कर चुके हैं।