रुद्रप्रयाग: 40वीं असम राइफल के वीर हवलदार शहीद फते सिंह को आज सैन्य सम्मान के साथ नम आंखों से अंतिम विदाई दे गयी है। सुबह शहीद का शव उनके पैतृक गांव बाडव पहुंचा, जहां सैकडों की संख्या में मौजूद स्थानीय लोगों ने नम आंखों से शव को घर तक पहुँचाया। घर पर चारों तरफ रोने की आवाजें ही सुनाई दी और किसी तरह शहीद की अंतिम यात्रा को चन्द्रापुरी पहुंचाया गया। जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद की अन्त्येष्ठि की गई।
बता दें कि, एक सप्ताह के भीतर ही जिले के दो वीर सपूतों के शहीद होने से पूरा जिला सदमें में है। कविल्ठा गांव निवासी शहीद मानवेन्द्र की चिता की आग अभी ठण्डी भी नहीं हुई थी, कि बाडव गांव निवासी फते सिंह की शहादत से पूरे जिले में शोक की लहर है। आज जैसे ही शहीद का शव उनके गांव पहुंचा, तो चारों तरफ किलकारियों के अलावा कुछ भी नहीं था।
वहीँ स्थानीय लोगों के साथ ही प्रशासन को भी फक्र है कि उनका बेटा देश के काम आया और देश के लिए अपनी शहादत दी। जिलाधिकारी ने कहा कि, प्रशासन पूरी तरह से शहीद के परिवार के साथ है और जो भी मदद होगी वह समय पर पूरी की जायेगी।
स्थानीय विधायक मनोज रावत ने केन्द्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि, एक सप्ताह में उनकी विधान सभा में दो शहादतें हो चुकी हैं जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को कडे निर्णय लेने चाहिए।