देहरादून: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने प्रदेश कार्यालय देहरादून में पत्रकारों से वातचीत में कहा कि राज्य में कोरोना महामारी के कारण लगाये गये लॉकडाउन के चलते राज्यभर के निजी संस्थान, फैक्ट्री, दुकान आदि पूर्ण रूप से बंद हैं तथा इनमे कार्यरत कर्मचारी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं तथा वे अपने बच्चों की स्कूल फीस का प्रबन्ध भी नहीं कर पा रहे हैं। इसी स्थिति को देखते हुए कई राज्य सरकारों ने छात्रों की फीस माफ करने का निर्णय लिया है। उन्होंने राज्य सरकार से भी मांग की कि उत्तराखण्ड राज्य के निजी विद्यालयों में शिक्षारत छात्रों की फीस माफ करने के साथ ही इन निजी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों एवं अन्य स्टाफ के वेतन भुगतान के लिए राज्य सरकार धनराशि उपलब्ध कराये।
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कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा “शिक्षा मंत्री पहले दिन बोलते है कोई फीस नहीं ली जाएगी, दूसरे दिन बोलते है जो विधार्थी दे सकता है दे दो। यह सरकार का कोई निर्णय है कि जो दे सकता है दे दो, जो नहीं दे सकता वो मत दो, क्या सरकार नाम की कोई चीज़ नहीं है इस प्रदेश में। सरकार पर अगर प्राइवेट स्कूल का दबाव है तो फिर क्या सरकार की स्थिति होगे। राज्य सरकार को यह निर्णय लेने चाहिए था कि ऐसी परिसिथति में फीस नहीं ली जाएगी और न ही बड़ाई जाएगी।”
देखें क्या कुछ कहा प्रीतम सिंह ने:
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