नई दिल्ली: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और रॉबर्ट वाड्रा की परेशानियां ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही है। पहले हरियाणा के अफसर अशोक खेमका ने लैंड कंसोलिडेशन डिपार्टमेंट का चार्ज छोड़ते वक्त रॉबर्ट और भारत की एक अग्रणी रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के बीच गुड़गांव जिले में हुई ज़मीन सौदे की म्यूटेशन को रद्द कर दिया। अब इसी गुरुग्राम लैंडस्कैम मामले में रॉबर्ट वाड्रा पर शिकंजा कसा गया। इसमें स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा का नाम भी शामिल है।
प्रवर्तन निदेशालय ने हुड्डा और इस संस्थान के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है। दरअसल, यह केस गुरुग्राम पुलिस की उस एफआईआर पर हुआ है जो जमीन घोटाले से जुड़ी है। आरोप है कि उस दौरान हरियाणा के सीएम भूपेंद्रसिंह हुड्डा ने नियम ताक पर रखते हुए इस जमीन को कमर्शियल बना दिया। इसके बाद डीएलएफ ने स्काईलाइट कंपनी को करोड़ों का फायदा पहुंचाते हुए इस जमीन को 58 करोड़ रुपये में खरीद लिया। पुलिस के अनुसार, स्काईलाइट कंपनी ने जब रजिस्ट्री करवाई, उस समय इस कंपनी की वर्थ एक लाख रुपए थी और इस कंपनी के अकाउंट में पैसे भी नहीं थे। रजिस्ट्री के दौरान जो चेक लगाए गए, वह भी कहीं पर कैश नहीं हुए। हुड्डा पर यह भी आरोप है कि वजीराबाद गांव में 350 एकड़ जमीन डीएलएफ कंपनी को गलत तरीके से अलॉट कर उसे करीब 5 हजार करोड़ का फायदा पहुंचाया। इस मामले की जांच ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के तहत करेगी।