नई दिल्ली: राफेल डील पर विपक्ष कांग्रेस सरकार को जबरदस्त तरीके से घेर रही है। केंद्र सरकार भी मामले को लेकर लगतार विपक्ष पर पलटवार कर रही है। केंद्र सरकार की तरफ से ये बार बार कहा जा रहा है कि राफेल डील को अंजाम तक पहुंचाने के लिए नियमों और कानून की अनदेखी नहीं की गई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पीएम मोदी को भी कठघरे में खड़ा कर चुके हैं। राहुल गांधी पीएम मोदी को देश का चैकीदार ही चोर है तक कह चुके हैं।
कांग्रेस अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने को लेकर भी लगातार पीएम को निसाना बनाते रहे हैं। मामले को लेकर डसाॅल्ट के सीईओ ने पहले भी बयान दिया था। अब एक बार फिर उनका बयान आया हैै। डसॉल्ट के सीईओ एरिक ट्रैपियर का बयान केंद्र सरकार के लिए राहत देने का काम कर सकता है। उन्होंने कहा कि अनिल अंबानी को हमने खुद चुना है। इसमें सरकार को कोई दबाव नहीं है।
डसॉल्ट के सीईओ एरिक ट्रैपियर का कहना है कि हमने खुद अनिल अंबानी का चयन किया था। रिलायंस के अलावा हमारे सामने 30 लोगों ने प्रस्ताव दिया था। इंडियन एयरफोर्स डील को इसलिए आगे बढ़ा रही थी क्योंकि उन्हें यकीन था कि राफेल फाइटर जेट उनकी सभी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हैं
एरिक ट्रैपियर ने कहा कि वो झूठ नहीं बोलते हैं। इस संबंध में वो सच्चाई सबके सामने रख चुके हैं और जो कुछ भी कहा है कि वो पूरी तरह तथ्यों को आधार बनाकर सच्चाई के करीब है। उनकी ख्याति न तो झूठ बोलने की है और न ही सीईओ जैसे पद पर आसीन होकर झूठ बोल सकते हैं।