देहरादून: दून में नशे के अवैध कारोबार की जड़ें और गहरी होती जा रही हैं। नशे ने युवाओं को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। शराब और नशीले पदार्थों की तस्करी कर रहे आरोपी पुलिस के हत्थे तो चढ़ रहे हैं लेकिन तस्करी पर लगाम नहीं लग पा रही है। ऐसे में सवाल यह उठता है क्या तस्करों के हौसले बुलंद है या कानून व्यवस्था ही ढुलमुल हो गई है।
शुक्रवार को राजधानी दून के शिक्षण व मैनेजमेट संस्थानो में नशे का सौदा करने वाले एक गैंग को पुलिस ने दबोच लिया। पुलिस कार्यालय, देहरादून में एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने प्रेस वार्ता कर बताया कि पिछले कुछ दिनों से शहर के शिक्षण संस्थानों में कुछ लोग नशे का अवैध कारोबार कर छात्रों के भविष्य को अंधकार में धकेलने का काम कर रहे हैं। नशे के सौदागरों को पकड़ने के लिए एसएसपी के निर्देश में एक पुलिस टीम का गठन किया गया था। टीम ने शुक्रवार को झाझरा चौकी पर सफेद रंग की स्वीफट डिजायर कार को रोककर गाडी की तलाशी लेने पर कार के अन्दर 2 सुटकेश व कार की डिग्गी से 180 अंग्रेजी शराब की बोतले (15 पेटी) जबकि कार में सवार तीन युवकों में से एक आरोपी युवक के पास से अवैध तमंचा व 4 जिंदा कारतुस, एक आरोपी के पास से अवैध खुखरी बरामद की गयी। वहीँ कार के पीछे आ रहे ट्रक की तलाशी लेने पर ट्रक में सवार तीन आरोपियों के पास से एक अवैध खुखरी और ट्रक में सब्जी के नीचे रखी 285 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की गयी। धोखाधड़ी ऐसी थी कि वाहनों में फर्जी नम्बर प्लेट ही चिपका डाली। बरामद की गयी शराब की कीमत लगभग 10 लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर दोनों वाहनों को कब्जे में ले लिया है। एसएसपी ने बताया कि आरोपी युवक हरियाणा से सस्ते दामों में शराब खरीदकर यमुनानगर, सहारनपुर, भगवानपुर, हरिद्वार और ऋषिकेश के रास्ते पहाड़ी इलाकों में नशीले पदार्थों की सप्लाई करते थे।
आरोपियों की पहचान प्रवीण कुमार (36) पुत्र राजाराम निवासी कुरूक्षेत्र, हरियाणा, भूषण (40) पुत्र रणवीर सिंह निवासी यमुनानगर, हरियाणा, अमित चिकारा (29) पुत्र ब्रहमपाल निवासी मेरठ, उत्तरप्रदेश, जगजीत सिंह (40) पुत्र प्रीतम सिंह निवासी कुरूक्षेत्र, हरियाणा नरेश कुमार (46) पुत्र लाल सिंह निवासी कुरूक्षेत्र, हरियाणा और सन्दीप सिंह (23) पुत्र प्रेम सिंह निवासी पानीपत, हरियाणा के रूप में हुई है। आरोपी प्रवीण हरियाणा के कुरुक्षेत्र में शराब का काम करता है, जिसके 3 ठेके हैं। वह पहले भी एक बार अवैध शराब तस्करी में जेल जा चुका है।