देहरादून: देहरादून की एक महिला डॉक्टर के घर से 10 साल की बच्ची को बरामद किया गया है। मानव तस्करी से जोड़कर इस मामले की जांच की जा रही है।
आरोपी डॉक्टर शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में कार्यरत हैं। बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी और बाल कल्याण समिति के सुधीर भट्ट मौके पर मौजूद रहे। मामले की एफआईआर कोतवाली पल्टन बाजार में लिखी गई है। बचपन बचाओ आंदोलन के सुरेश उनियाल, चाइल्ड लाइन की दीपा और ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की टीम कोतवाली में मौजूद रही।
बताया गया कि उक्त बच्ची को लखीमपुर खीरी से लाया गया है। बच्ची को बाल निकेतन भेज दिया गया है। 15 दिनों से बच्ची डॉक्टर के घर में रह रही थी। घर का काम करने के लिए मासूम को लेकर आये थे। आईपीसी की धारा 370, जेजे एक्ट की धारा 75, 79, 81 के तहत मामला दर्ज किया गया है।