देहरादून: थाना कैन्ट पुलिस द्वारा एटीएम धोखाधडी में शामिल गैंग का पर्दाफाश किया गया। यह गिरोह एटीएम बदल कर लोगों से ठगी करता था, इस गिरोह के चार ठग पुलिस की गिरफत में आए हैं। प्रभारी निरीक्षक कैन्ट के नेतृत्व में एटीएम ठगी के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत 20 अगस्त को वादिनी शकुन्तला पत्नी भगवान सिंह निवासी डाकरा, देहरादून द्वारा थाना कैन्ट पर एक लिखित तहरीर दी कि, कुछ लोगों द्वारा वादिनी का एटीएम कार्ड प्रयोग कर उसके खाते से एक लाख, नौ हज़ार रूपये निकाल दिये है। तहरीर के आधार पर थाना कैन्ट पर मुअसं 148/18 धारा 420 भादवि पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गई। विवेचना के दौरान पुलिस टीम द्वारा सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये। वादिनी का एटीएम कुछ लोगों द्वारा गढी चौक के पास स्थित एसबीआई के एटीएम में बदलना व अभियुक्तगण द्वारा टाटा नेक्साँन ग्रे कलर की कार जिसका पंजीकरण संख्या यूपी 11 बीएम 0567 प्रयोग करना प्रकाश में आया। टाटा मोटर फाईनेन्स कम्पनी से जानकारी करने पर वाहन के स्वामी का मोबाईल नम्बर की जानकारी प्राप्त हुई। मोबाईल नम्बर की लोकेशन के आधार पर अभियुक्तगणों को पकडने के लिए प्राप्त सीसीटीवी फुटेज दिखाकर मुखबिर मामूर किये गये।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम द्वारा ओएनजीसी चौक पर अभियुक्त जहीन्द्र कुमार उर्फ अरूण कुमार पुत्र केहर सिंह निवासी उत्तराण्ड कालोनी, गलीरा रोड, थाना सदर बाजार, जिला सहारनपुर, उप्र, पंकज पुत्र समर सिंह निवासी मलीपुर रोड, ग्राम पिंजौरा, थाना कोतवाली देहात, सहारनपुर, उप्र, विशाल पुत्र वेदपाल निवासी अमरदीप कालौनी, सहारनपुर, उप्र, संदीप पुत्र राजकुमार निवासी लक्षमीपुर कालोनी कोतवाली सहारनपुर को मय वाहन टाटा नेक्साँन ग्रे कलर यूपी11 बीएम 0567 के साथ गिरफतार किया गया। अभियुक्तगण की तलाशी ली गई तो उनसे 04 एटीएम जिनके बारे में पूछने पर बताया कि, लोगों का एटीएम बदलकर व कोड देखकर पैसे एटीएम कार्ड से पैसे निकाल लेते हैं।
उनके द्वारा यह भी बताया गया कि, उत्तराखण्ड में देहरादून के कैन्ट के अलावा प्रेमनगर, क्लेमनटाउन आदि स्थानों व उप्र में सहारनपुर, बेहट, छुटमलपुर, बिहारीगढ, रामपुर एकता विहार, आगरा, मुरादाबाद आदी, मध्य प्रदेश में वर्ष 2018 में सागर, नसीमपुर, कस्बा दमोक, चित्तौड, रीबा एवं अन्य कई कस्बों में, बिहार, वर्ष 2018 में ही पश्चिम बंगाल, आसम के गुवाहाटी, हरियाणा आदि में कई जगहो पर भी उनके द्वारा एटीएम बदलकर पैसे निकाले गये हैं। जो एटीएम अभियुक्त गण से प्राप्त हुऐ हैं, उनको वो दूसरे लोगों के एटीएम से बदल देते हैं।
अपराध करने का तरीका
अभियुक्तगण द्वारा गार्ड रहित एटीएम का चुनाव कर ऐसे व्यक्तियों को टारगेट किया जाता है, जिनको एटीएम मशीन का ठीक से प्रयोग करना नहीं आता है। अभियुक्तगण द्वारा एटीएम मशीन के बायें तरफ लगा बटन दबाकर मशीन को कुछ देर के लिए हैंग कर बैंक ग्राहक द्वारा मशीन से निकाले जा रहे पैसों को ग्राहक के जाने के बाद स्वयं निकाल लेना। अभियुक्तगण द्वारा बैंक एटीएम रूम के अन्दर भीड कर बैंक ग्राहक का पिन कोड देख लेना व उसे बातों में उलझाकर उसका एटीएम कार्ड अन्य एटीएम कार्ड से बदलकर उसके पैसे स्वयं निकाल लेना। अभियुक्तगण द्वारा एटीएम मशीन पर फैविक्विक लगाकर मशीन हैंग कर देना व बैंक ग्राहक के बाहर जाने के बाद उसके पैंसे मशीन से स्वयं निकाल लेना आदि। वहीँ अभियुक्तो का अपराधिक इतिहास भी रहा है।