भोपाल: तमाम मीडिया में और पूरे देश भर में यह खबर सुन सनसनी मच गई कि हाल ही में हुए भोपाल गैंगरेप मामले में युवती की सहमति पर ही गैंगरेप हुआ। हालांकि यह खबर झूठ साबित हुई। जिसके लिए भोपाल पुलिस ने रिर्पोट पेश करने वाले अस्पताल और चिकित्सकों को नोटिस भी जारी कर दिया है।
गैंगरेप केस में मध्यप्रदेश सरकार ने मेडिकल रिपोर्ट में हुई गड़बड़ी के कारण दो महिला डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिसमें यह लिखा गया था कि पीड़िता ने आपसी सहमति से शाररिक संबंध बनाए।
हैलो उत्तराखंड न्यूज ने जब इस खबर की पुष्टि करने के लिए भोपाल डीआईजी से पुछा तो उन्होंने बताया कि यह खबर गलत है कि महिला की सहमति से ही गैंगरेप हुआ है। उन्होंने कहा कि इस रिर्पोट में डॉक्टर विद और विदआउट इन दोनों शब्दों में गड़बड़ी कर गए। डॉक्टर अपनी रिपोर्ट में यही कहना चाहते थे कि शारीरिक संबंध पीड़िता की सहमति और इच्छा के बगैर बनाए गए हैं। लेकिन रिपोर्ट में विदआउट की जगह विद लिखा गया था। जिसके कारण यह खबर आग की तरह फैल गई कि गैंगरेप महिला की सहमति से हुआ है। हालांकि यह रिर्पोट गलत है।
गौरतलब है कि 31 अक्टूबर की रात कोचिंग सेंटर जा रही 19 साल की छात्रा के साथ चार लोगों ने गैंगरेप किया था। भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन के पास ये हादसा हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया था।