बागेश्वर: बागेश्वर में खनन से किसानों को हो रहे नुकसान की खबर दिखाये जाने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया है। जिला प्रशासन ने जिला खान अधिकारी और उपजिलाधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर क्षेत्र में काम कर रही तीनों खानों को अस्थाई रूप से बंद कर दिया है।
दिसंबर माह में बागेश्वर के मोहन नगर दफोट इलाके में खड़िया खान से निकले मलवे के कारण खेती को हो रहे नुकसान की खबर को हैल्लो उत्तराखंड न्यूज़ ने प्रमुखता से उठाया था। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए मामले का संज्ञान लेते हुये जिला प्रशासन ने तत्काल जांच टीम गठित कर मामले की रिपोर्ट तलब करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने खान अधिकारी और उपजिलाधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर क्षेत्र में काम कर रही तीनों खड़ियों की खानों को अस्थाई तौर पर बंद करने के आदेश जारी कर दिये हैं।
आपको बता दें कि बागेश्वर जिले का दफौट क्षेत्र खड़िया और नकदी फसल के लिये मशहूर है। फल और सब्जियां उगाना यहां के ग्रामीणों की आय का प्रमुख जरिया भी है। पिछले कुछ समय से क्षेत्र में एक खड़िया पट्टा धारक द्वारा खड़िया का पानी सीधे पास में बहने वाली कौशल्या नदी में डाला जा रहा था। खड़िया का सफ़ेद गन्दा पानी सीधे सिंचाई नहरों द्वारा कास्तकारों के प्याज, लहसुन, अदरक की फसल में जाने से नुकसान हो रहा था। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से भी की थी। जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लेते हुए तीन खदानों को तत्काल प्रभाव से अस्थाई तौर पर बन्द कर दिया है।