देहरादून: प्रदेश में सरकारी स्कूल भी अब प्राइवेट स्कूलों की तरह ही प्रवेश के लिए अभियान चलाने लगे हैं। इसके लिए प्रदेशभर के स्कूलों ने बाकायदा पंफलेट तैयार किया है। इसमें सरकारी स्कूलों की खूबियां तो बताई ही गई हैं। साथ ही प्राइवेट स्कूलों की खामियों को भी गिनाया गया है।
विद्यालय अध्यापक संघ ने जो पंफलेट तैयार किया है। इसमें अभिभावकों से अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजने की अपील की है। पंफलेट के एक तरफ सरकारी स्कूलों की खासियत लिखी गई है, जबकि दूसरे काॅलम में प्राइवेट स्कूलों की खामियों को गिनाया है।
सरकारी स्कूलों में मुफ्त दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में बताया गया है। वहीं निजी स्कूलों में कंप्यूटर से लेकर खेल फीस और दूसरी कई तरह की फीसों के बारे में जानकारी दी गई है। अभियान को जागा और जगाओ, पढ़ो और पढ़ाओ थी पर चलाया जा रहा है। इसमें प्राइवेट स्कूलों की मोटी फीस से छुटकारे की बात भी कही गई है। जिला शिक्षक संघ उत्तरकाशी के पूर्व जिला मंत्री आरएस रावत का कहना है कि सरकारी स्कूलों में सभी सुविधाएं मुफ्त दी जाती हैं, जबकि निजी स्कूलों में कई तरह की फीस के नाम पर अभिभावकों से मोटी फीस वसूली जाती है।