नई दिल्ली: विमानों की टैक्सी में इस्तेमाल होने वाले टैक्सीबोट का एयरबस के ए-320 विमानों पर दुनिया में पहला सफल परीक्षण दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर किया गया। टैक्सीबोट इंडिया ने बताया कि देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो के ए-320 विमान पर बीती रात टैक्सीबोट का परीक्षण किया गया जो सफल रहा। इस मौके पर विस्तारा और एयर एशिया के प्रतिनिधि भी शामिल थे। उनके विमानों पर इसका परीक्षण जल्द किया जायेगा।
इजरायल की कंपनी इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) के बनाये टैक्सीबोट विमानों की टैक्सी का एक मात्र विकल्प हैं। इसमें विमान को टर्मिनल से रनवे तक पहुंचाने और रनवे से टर्मिनल तक लाने के लिए विमान का इंजन चालू नहीं करना पड़ता। इससे बड़ी मात्रा में विमान ईंधन की बचत होती है, हर मार्ग पर लैंडिंग और टेकऑफ मिलाकर इंजन की लाइफ 25 से 30 मिनट बचते हैं। साथ ही प्रदूषण भी कम होता है। टैक्सीबोट को विमान से जोड़ने के बाद इसका कंट्रोल पायलट के पास होता है।
विमान इंजन के बदले इसकी मदद से टैक्सी करने से समय की बचत भी होती है। दिल्ली हवाई अड्डे पर चार घंटे तक चले परीक्षण के मौके पर एयरबस, नागर विमानन महानिदेशालय, आईएआई, दिल्ली हवाई अड्डा लिमिटेड और एटीसी के अधिकारी भी मौजूद थे। देश में सिर्फ दिल्ली हवाई अड्डे पर ही टैक्सीबोट उपलब्ध हैं। यहां दो टैक्सीबोट हैं, जिनका इस्तेमाल जेट एयरवेज और स्पाइसजेट बोइंग विमानों की टैक्सी के लिए करते रहे हैं। बोइंग पर दिल्ली में अब तक 150 मिशनों को पूरा किया जा चुका है।