गुरुग्राम: दिल्ली से सटे हरियाणा के गुरुग्राम में शनिवार दोपहर जिला एवं सत्र न्यायधीश कृष्णकांत की पत्नी और बेटे की हत्या के मामले में एक चैंकाने वाला खुलासा हुआ है। डेढ़ साल से जज कृष्णकांत की सुरक्षा में तैनात 40 वर्षीय गनर महिपाल यादव ने 8 महीने पहले धर्म परिवर्तन कर लिया था। हिंदू धर्म को त्यागकर क्रिश्चियन धर्म अपना लेने की बात पर जज की पत्नी की बहस से वो नाराज चल रहा था। पुलिस पूछताछ में ये बात भी सामने आई है कि महिपाल धर्मपरिवर्तन कराने वाले गैंग का हिस्सा है, जो लोगों को क्रिश्चियन बनाने का काम करता है। चौेंकने वाली बात यह है कि वह गैंग केवल दक्षिण हरियाणा ही नहीं उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में भी बड़े स्तर पर काम कर रहा है। पुलिस अब गैंग की तलाश में जुट गई है।
21 अगस्त 2018 को नारनौल के निजामपुर रोड स्थित सांवरिया होटल में छापा मारकर पुलिस ने सीआरपीएफ के जवान समेत 8 लोगों को हिरासत में लिया था। इन 8 लोगों में महिपाल की महिला गुरु भी शामिल है। बाद में महिपाल के हस्तक्षेप पर पुलिस ने मामूली पूछताछ करके इन आरोपियों को छोड़ दिया था। सीआईडी के सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक महिपाल अभी तक 2 दर्जन से अधिक युवाओं का धर्म परिवर्तन करा चुका है। इनमें कई ऐसे हैं, जो सीआरपीएफ में है।
वहीं, कुछ दिल्ली में प्राइवेट नौकरी कर रहे हैं। सीआईडी की टीम इस पूरे मामले को खंगालने में लगी लगी है। उसने कहा है कि धर्म परिवर्तन को लेकर जज की पत्नी उसे परेशान करती थी। वहीं, यह भी निकलकर सामने आई है कि महिपाल धर्म परिवर्तन के लिए जज की पत्नी पर दबाव डाल रहा था। इतना ही नहीं महिपाल धर्म परिवर्तन के एक बड़े गैंग के लिए काम करता था और अबतक 2 दर्जन युवकों का धर्म परिवर्तन करवा चुका था।
पुलिस के अनुसार महिपाल के गुरु इंद्रराज सिंह व गुरु मां की तलाश सीआईडी कर रही है। सीआईडी के सूत्रों की मानें तो 11 अगस्त 2015 को महेंद्रगढ़ जिला के नारनौल उपमंडल के गांव भूवारका में पुलिस ने ग्रामीणों की शिकायत पर छापा मारा था। पुलिस को सूचना मिली थी की गांव में इलाज का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। ग्रामीणों के हंगामे पर पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी इंद्रराज सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और उसे कोर्ट में पेश किया था। मौके पर ईसाई धर्म संबंधित पंपलेट भी बरामद किए थे। 21 अगस्त 2018 को पुलिस ने होटल में छापा मारकर सीआरपीएफ के जवान समेत जिन 8 लोगों को हिरासत में लिया था उनकी पैरवी भी महिपाल ने गुरूग्राम से आकर की थी।