देहरादून: पिथौरागढ़ के धारचूला क्षेत्र में गत तीन-चार जुलाई को हुई अतिवृष्टि के दौरान पांच लोग लापता हो गए थे, जिनका अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। प्रशासन की टीम लापता लोगों की खोज में जुटी है, लेकिन अब तक लापता लोगों को को नहीं खोजा जा सका है।
तीन लोग हिमखोला धारचूला से 4 जुलाई से, एक व्यक्ति हरकोट और एक व्यक्ति लमारी बूंदी गांव से लापता चल रहा है। आपदा विभाग की जांच के बाद सरकार ने अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आंकलन भी कर लिया है।
जल निगम की 16 योजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जिनमें से 13 अस्थाई और तीन योजनाएं अभी काम ही नहीं कर रही है। इनके नहीं चलने से गांवों में पेयजल का संकट भी गहराया हुआ है। साथ ही जल संस्थान की भी 22 पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं। पेयजल की आपूर्ति नहीं होने के कारण लोग बरसात का पानी पीने को मजबूर हैं, जिससे बीमारी फैलने का खतरा भी बना हुआ है। कुछ गांवों में लोग बीमार भी हुए हैं।
जिले में 13 सड़कें और 12 पुल क्षतिग्रस्त हैं। इस कारण लोगों को आने-जाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बंद पड़ी सड़कों को खोलने का काम जारी है, जबकि क्षतिग्रस्त पुलों को बनाने में अभी काफी वक्त लग सकता है। इससे लोगों को अभी और दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
यूजेवीएन लिमिटेड की निर्माणाधीन सुरनिगाड लघु जल विद्युत परियोजना को काफी नुकसान पहुंचा है। योजना को करीब ढाई करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। परियोजना का सामान भी नदी में बह गया। जिसकी अभी जानकारी नहीं जुटाई जा सकी है।