देहरादून: उत्तराखंड से देवस्थानम विधेयक का मामला अब केंद्र तक जा पहुंचा है। विधेयक पर हाल ही में राजभवन की मुहर भी लग चुकी है, लेकिन तीर्थ पुरोहितों ने हार नहीं मानी है। तीर्थ पुरोहितो ने मामले में अब भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी से गुहार लगाई है। सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इस पर जनहित याचिका दाखिल करने पर विचार करने को कहा है।
वहीँ जब एक यूजर ने इस पर कहा कि, सर उत्तराखंड में भाजपा सरकार है। तो स्वामी ने कहा कि, इसलिए मेरे लिए एंटी संवैधानिक भागों को हटाना आसान होगा, जैसा कि मैंने जीएसटीएन के साथ किया।
गौरतलब है कि, तीर्थ पुरोहित इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि, बिना उनके परामर्श के उत्तराखंड के चार धामों पर इस देवस्थानम अधिनियम को लागू किया गया। साथ ही मंदिर की परम्परा से भी छेड़छाड़ का आरोप लगा रहे हैं। हालाँकि, प्रदेश सरकार ने इसका विरोध कर रहे तीर्थ पुरोहितों को आश्वासन दिया कि उनके हित और बोर्ड के अधिकार क्षेत्र में आने वाले मंदिरों से जुड़ी सभी परंपराओं का संरक्षण किया जायेगा।