मसूरी: 21 अक्टूबर को लंढोर क्षेत्र में आईटीएम आवास खाली करवाए जाने एवं देशद्रोही नारेबाजी में अपनी सफाई देते हुए कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष महेश चंद ने पिक्चर पैलेस स्थित एक रेस्टोरेंट में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जिस दिन से मैं कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष चुना गया, तब से मेरे अनुसूचित जाति का होने के कारण कुछ लोगों ने मुझे प्रताड़ित किया और बेइज्जत करने की भी साजिश की। जिसमें कैंट बोर्ड के एक सभासद व आईटीएम के कुछ अधिकारी शामिल हैं। उन्होंने मुझे प्रताड़ित करने का कोई मौका नहीं छोड़ा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीते 23 अक्टूबर को मैं स्वयं घटना स्थल पर मौजूद था और उस समय किसी भी प्रकार के देशद्रोही नारेबाजी नहीं की जा रही थी। साथ ही उन्होंने कहा कि, 3 दिन बाद जो वीडियो वायरल किया गया है, उसका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है।
वहीँ विधायक गणेश जोशी का कहना है कि, किसी ने ऐसा किया है तो वह दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि मसूरी एक बुद्धिजीवी लोगों का शहर है और अगर ऐसा कहीं हुआ है तो पुलिस उसकी जाँच करेगी।