नई दिल्ली: लोकसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी बात रख रहे हैं। दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सोमवार को शुरू हुई चर्चा आज भी जारी है।
राष्ट्रपति जी का अभिभाषण, देश के नागरिकों ने जिस आशा-आकांक्षाओं के साथ हमें इस सदन में भेजा है, उसकी एक तरह से प्रतिध्वनि है। देश ने इस बार मजबूत जनादेश दिया है। हम आने वाली हर चुनौती का सामना करने को तैयार हैं। आज के सामान्य वातावरण में, भारत जैसे विशाल लोकतंत्र में सबके लिए गौरव करने की बात है कि हमारा मतदाता कितना जागरूक है। अपने से ज्यादा वो अपने देश से कैसे प्यार करता है, ये इस चुनाव में देखने को मिला है। इस बात के लिए देश का मतदाता अभिनंदन का पात्र है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि चीजों को बदलने में काफी मेहनत लगती है, 70 साल की बीमारियों को 5 साल में दूर करना कठिन होता है लेकिन हमने वो दिशा पकड़ी और कठिनाईयों के बावजूद उस दिशा को छोड़ा नहीं। उन्होंने कहा कि हम न अपने लक्ष्य से हटे न पीछे मुढ़े। पीएम मोदी ने कहा कि हमने शौचालय को सिर्फ चार दीवार नहीं समझा, हमने हर व्यवस्था के पीछे के मकसद को समझा, जनता ने चूल्हा मांगा था न बिजली, पहले प्रश्न उठना था कि क्यों नहीं कर रहे अब सवाल उठता है क्यों कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गरीबों का कल्याण हो लेकिन साथ में आधुनिक भारत भी आगे बढ़े। पीएम मोदी ने देश को आधुनिक बनाने की योजनाएं भी साथ में लागू होनी चाहिए।