हरिद्वार: चरणजीत पाहवा आत्मदाह मामले में बुधवार को प्रेसवार्ता कर विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष नितिन गौतम प्रशासनिक अधिकारियों पर बरसे. इस दौरान उन्होंने कहा कि यदि, चरणजीत पाहवा पर केस दर्ज हुआ है तो जो अधिकारी इसके लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. क्योंकि आत्मदाह करने से कई दिन पहले ही चरणजीत पाहवा ने प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करा दिया था कि, यदि शहर के आसपास अवैध मांस की दुकानों को बंद नहीं कराया गया तो वे, आत्मदाह कर लेंगे. बावजूद इसके प्रसाशनिक अधिकारियों ने उनकी ओर कोई ध्यान नही दिया. जब आत्मदाह की चेतावनी दी जा चुकी थी तो पुलिस ने उन्हें रोकने के कोई इंतजाम क्यों नही किये. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि, शायद प्रशासन खुद चाहता था कि, चरणजीत पाहवा की मौत हो जाये क्योंकि, मांस की दुकानों से सभी का महीना बंधा है।
आपको बता दें कि, कुछ दिन पूर्व धर्मनगरी से मीट की दुकानें हटाने की मांग को लेकर श्रीराम तिराहे पर विश्व हिंदू परिषद धर्म प्रसार विभाग के जिला संयोजक चरणजीत पाहवा ने खुद को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया। इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने आग बुझाई और पाहवा को जिला अस्पताल ले गए।
पच्चीस प्रतिशत तक जले पाहवा को जिला अस्पताल में बर्न यूनिट नहीं होने से हायर सेंटर रेफर कर दिया गया था। विहिप धर्म प्रसार के जिला संयोजक पाहवा लंबे समय से नगर निगम क्षेत्र में मांस की अवैध दुकानों को बंद करने की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने आत्मदाह से पहले ही चेतावनी भी दी थी।