देहरादून: राजधानी में ठगी की घटनाए आम होती जा रही है। थाना डालनवाला क्षेत्र में फाइनेंस कंपनी की आड़ में करोड़ो का गबन कर फरार चल रहे आरोपी को पुलिस ने शुक्रवार को मेरठ से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। जिसके साथ ही युवक को कोर्ट में पेशकर जेल भेज दिया गया है।
जानकारी के अनुसार बीती 10 अगस्त को पीड़ितअरविंद डंगवाल निवासी सालावाला ने थाना डालनवाला में मामले में रिपोर्ट दर्ज कर बताया कि वर्ष 2016 जुलाई में संजीत कुमार यादव द्वारा एक कंपनी हाथीबड़कला न्यू कैंट रोड में जन बंधन निधि नाम से खोली, जिसमें इसके अतिरिक्त दो अन्य डायरेक्टर उसका साला विमल यादव व मेहर कमल राणा थे। 2 साल तक कंपनी का कारोबार चलता रहा लेकिन फरवरी 2019 से कंपनी द्वारा लोगों का पैसा वापस करने में टालमटोल करने लगे, इस कंपनी की देहरादून शहर में छह-सात ब्रांच थी, इसके अतिरिक्त उत्तरकाशी में भी इसकी ब्रांच है। जून 2019 में कंपनी का मालिक संजीत शर्मा अपने साले विमल यादव के साथ करोड़ों रुपए का गबन कर फरार हो गए। इस सूचना पर थाना डालनवाला में मुकदमा कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि विमल कुमार यादव पुत्र भरत सिंह निवासी धारूहेड़ा, थाना जानी, जिला मेरठ, उत्तर प्रदेश को थाना टीपी नगर क्षेत्र मेरठ से गिरफ्तार किया गया, जिसे न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसके जीजा संजीत यादव ने वर्ष 2016 में जन बंधन निधि के अलावा अन्य कंपनियां खोली थी, जिनमें से चार कंपनियों में वह डायरेक्टर है। कंपनी द्वारा लोगों का पैसा देहरादून तथा अन्य शहरों में प्रॉपर्टी में लगाया गया था तथा कुछ पैसा फाइनेंस वालों को दिया गया था लेकिन पैसा वापस न होने की स्थिति में कंपनी को नुकसान हो गया । जिसके बाद संजीत यादव पत्नी सीमा यादव को लेकर फरार हो गए गया और उसे भी फरार होने की सलाह दी थी।