देहरादून: हरिद्वार-लक्सर के बीच दोहरीकरण कार्य को दो बार स्थगित करने के बाद आखिरकार रेलवे मुख्यालय ने तीसरी बार में 13 से 22 अक्टूबर तक दोहरीकरण कार्य को स्वीकृति मिल गई है। इस बीच देहरादून आने -जाने करने वाली 12 ट्रेनें रद कर दी है । जबकि चार ट्रेन बीच रास्ते के स्टेशन तक आना-जाना करेंगी। वहीं, तड़के व देर रात आने -जाने करने वाली चार ट्रेन देहरादून तक आती-जाती रहेंगी, लेकिन रेलवे बोर्ड ने देहरादून से आवाजाही करने वाले यात्रियों को अंतिम समय तक असमंजस की स्थिति में रखा। सही समय से अगर यात्रियों को ब्लॉक के बारे में सूचित किया जाता तो यात्री अपनी यात्रा के लिए विकल्प तैयारी कर सकते थे। रेलवे द्वारा आनन-फानन में उठाए गए इस कदम से यात्री को काफी परेशानी का सामना भी करना होगा।
देहरादून-काठगोदाम के बीच चलने वाली दून-नैनी एक्सप्रेस (12091), देहरादून से नई दिल्ली के बीच संचालित होने वाली शताब्दी (12018), देहरादून-इलाहाबाद लिंक एक्सप्रेस (14114) और देहरादून-सहारनपुर के बीच चलने वाली डीएलएस पैसेंजर ट्रेन (54341) 13 से 22 अक्तूबर तक पूरी तरह रहेगी बंद।
हरिद्वार व लक्सर के बीच पांच स्टेशनों पर दोहरीकरण का कार्य होना है। जिसके लिए मुरादाबाद मंडल ने पहले नौ अक्टूबर, फिर 11 अक्टूबर और इसके बाद 13 अक्टूबर से हरिद्वार व लक्सर के बीच दोहरीकरण कार्य करने के लिए प्रस्ताव भेजा था, जिस पर रेलवे मुख्यालय ने 13 अक्टूबर से दोहरीकरण कार्य करने की स्वीकृति दे दी है। जिसके चलते 13 से 22 अक्टूबर के बीच ट्रेन के माध्यम से देहरादून से आना-जाना करने वाले यात्रियों को खासी परेशानी झेलनी पड़ेगी। हालांकि, समय रहते अगर ब्लाक की सूचना दी गई होती तो यात्रियों की परेशानी को जरूर कम किया जा सकता था, लेकिन रेलवे अधिकारियों द्वारा अंतिम समय तक यात्रियों को असमंजस में रखा हैं। अब देहरादून से गोरखपुर व मुजफ्फरपुर तक जाने वाले यात्रियों को नजीबाबाद से ट्रेन पकड़नी होगी। जबकि देहरादून से हावड़ा जाने वाले यात्रियों को बरेली से ट्रेन पकड़नी होगी। वहीं, देहरादून से मदुरैई जाने वाले यात्रियों को निजामुद्दीन से ट्रेन पकड़नी होगी ।