देहरादून: नंदप्रयाग घाट मार्ग के चौड़ीकरण की मांग कर रही महिलाओं व स्थानीय ग्रामीणों पर एक मार्च को भराड़ीसैंण में हुए बर्बर लाठीचार्ज व वाटर कैनन के इस्तेमाल से व्यथित कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना की अगुवाई में कल कांग्रेस जनों ने गांधीपार्क के समक्ष बैठ कर उपवास रख धरना दिया। इस अवसर पर उपवास स्थल पर प्रेस से वार्ता करते हुए धस्माना ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व संसदीय कार्य मंत्री द्वारा घटना के संबंध में दिए गए बयानों की निंदा करते हुए कहा कि जिस प्रकार से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने सड़क चौड़ीकरण की अपनी मांग को लेकर पिछले तीन महीनों से आंदोलनरत ग्रामीणों को आन्दोलनजीवी करार दिया गया व संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक द्वारा ग्रामीणों द्वारा पहले पुलिस पर हमला करने का आरोप लगाया गया उससे यह साबित हो गया है कि ग्रामीणों पर व महिलाओं पर लाठीचार्ज व वाटर कैनन का इस्तेमाल मुख्यमंत्री व सरकार के इशारे पर ही किया गया।
धस्माना ने कहा कि राज्य बनने से लेकर अब तक के इतिहास में पहाड़ों में इसतरह की सरकारी बर्बरता कभी नहीं देखी गयी। उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीनों से सड़क चौड़ीकरण की मांग को लेकर आंदोलनरत ग्रामीणों से मिल कर उनकी समस्या का समाधान करने की बजाय मुख्यमंत्री जो कि गृह मंत्री भी हैं उन्होंने पुलिस बल इस्तेमाल कर पूरे राज्य की मातृशक्ति को अपमानित किया है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी घटना की केवल मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश मामले को ठंडा व हल्का बनाने की साजिश है। धस्माना ने कहा कि कांग्रेस की मांग है कि मुख्यमंत्री तत्काल दोषियों को सज़ा दें व पूरे राज्य की मातृशक्ति से एक मार्च की लाठीचार्ज की बर्बरता के लिए सार्वजनिक माफी मांगें।
उपवास में धस्माना के साथ प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री राजेन्द्र सिंह भंडारी, प्रदेश प्रवक्ता डॉक्टर आरपी रतूड़ी, प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी, प्रदेश सचिव अर्जुन कुमार, प्रदेश सचिव विकास नेगी, प्रदेश सचिव मंजू त्रिपाठी, प्रदेश सचिव शोभा राम, महेश जोशी, राजेश चमोली, महिला कांग्रेस प्रदेश सचिव पिया थापा, पार्षद सचिन थापा, पार्षद जितेंद्र तनेजा, ब्लॉक कांवली अध्यक्ष अल्ताफ अहमद, यमुना कालौनी ब्लॉक अध्यक्ष प्रमोद गुप्ता, पूर्व पार्षद ललित भद्री, पूर्व पार्षद राजेश पुंडीर, अभिषेक तिवारी, सुलेमान, आदर्श सूद, मनीष, डॉक्टर दीपक बिष्ट, कमर सिद्दीकी, राम कुमार थपलियाल, अनिल डोबरियाल, आदर्श सूद, मेहमूदन, इकराम, गगन छाछर, सुशीला बेलवाल शर्मा, धर्म सोनकर, मेहमूदन समेत अनेक पदाधिकारी अनशन पर बैठे।