पिथौरागढ़। आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त मकान का मुआवजा नहीं मिलने पर ज़िले का एक आपदा प्रभावित व्यक्ति जिलाधिकारी कार्यालय में आमरण अनशन पर बैठ गया है। ज़िले के देवलथल तहसील के ग्राम पंचायत छांचर निवासी अनशनकारी गिरीश चंद्र भट्ट का कहना है कि 14 अगस्त 2017 को आयी आपदा के दौरान उसका मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया था लेकिन प्रशासन की गलत रिपोर्ट के कारण उसको मुआवजा नहीं मिल पाया।
अनशनकारी गिरीश का कहना है कि कई बार गुहार लगाने पर भी अधिकारी और कर्मचारी उसकी नहीं सुन रहे है। जिस कारण उसे आमरण अनशन के लिए विवश होना पड़ा। गिरीश ने बताया कि उसकी आर्थिक हालत अत्यधिक खराब है जिस कारण वो क्षत्रिग्रस्त मकान का पुननिर्माण भी नहीं कर पा रहा है। उसने न्याय न मिलने तक अनशन पर डटे रहने की चेतावनी दी न है। साथ ही कहा है कि अगर जांच में वो गलत पाया जाता तो उसे सजा दी जाय, नहीं तो गलत रिपोर्ट तैयार कर उसे मुआवजे से वंचित रखने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाय।
वहीँ पिथौरागढ़ जिलाधिकारी सी रविशंकर का कहना है कि उनके द्वारा पहले भी इस विषय पर दो बार जांच करवाई गयी है। जिसमे सामने आया था कि गिरीश का मकान आपदा से क्षतिग्रस्त नहीं हुआ था। बल्कि पहले से ही वह क्षतिग्रस्त था। साथ ही उन्होंने कहा कि एक बार पुनः इसकी जांच कराई जाएगी।