उत्तरकाशी: गोमुख में कोई भी झील नहीं बनी है और गोमुख में मानव के हस्तक्षेप करने से नुकसान हो रहा है। यह कहना है ग्लेशियर लेडी शांति ठाकुर का। उनका कहना है कि सरकार केदारनाथ की तरह ही कंक्रीट के स्ट्रक्चर गोमुख में खड़ा करना चाहती है। साथ ही शांति ठाकुर का कहना है कि यदि इस प्रकार से कुछ भी सरकार द्वारा किया जाता है, तो वो भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगी।
ग्लेशियर लेडी शांति ठाकुर ने यह भी कहा कि गोमुख में झील बनने की बात एक अफवाह फैलाने का काम किया गया है। जबकि गोमुख को सबसे ज्यादा नुकसान मानवीय आवाजाही के कारण हो रहा है। मानव के गौमुख जाने के कारण वहां के ग्लेशियरों पर वितरीत प्रभाव पड़ रहा है।जहां इन दिनों गोमुख ग्लेशियर बर्फबारी से ढका होना चाहिए था तो वहीं अभी तक इतनी बर्फबारी वहां पर नहीं हो पाई है। जिसका साफ कारण गौमुख में मानवीय हस्तक्षेप है।
ग्लेशियर लेडी का कहना है कि अगर शासन और प्रशासन कोई भी हस्तक्षेप गौमुख में करती है, तो वे इसके खिलाफ धरने के साथ भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगी।