देहरादून: वर्तमान में साइबर अपराधी (cyber criminal) आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है। इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा मैक्स लाईफ पोलिसी में समस्या बताकर ठीक करने व निवेश करने के नाम पर करोडों रुपये की धोखाधडी की जा रही है।
इसी क्रम में एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन (cyber crime police station) को प्राप्त हुआ जिसमें शिकायतकर्ता विनोद कुमारी बंसल के साथ अज्ञात अभियुक्तो द्वारा स्वंय को मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कम्पनी से बताते हुए शिकायतकर्ता से विभिन्न नम्बरों से सम्पर्क कर पोलिसी में समस्या बताते हुए उक्त समस्या को ठीक करने हेतु बैंक डिटेल प्राप्त कर पैसो की मांग करना व “TENDER” में इन्वेस्ट कर लाभ कमाने का लालच 95,10,900/- रुपये की धनराशि प्राप्त करने सम्बन्धी शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु0अ0सं0 28/22 धारा 420 भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया तथा विवेचना साइबर थाने के निरीक्षक देवेन्द्र नबियाल के सुपुर्द की गयी। विवेचक द्वारा दौराने विवेचना पीड़िता के साथ 1.30 करोड रुपये की धोखाधड़ी होने की पुष्टि हुई है।
अभियोग में अभियुक्त के विरुद्ध कार्यवाही हेतु घटित टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, तथा अभियुक्तो द्वारा शिकायतकर्ता से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी तो प्रकाश में आया कि शिकायतकर्ता की धनराशि दिल्ली में स्थानान्तरित हुयी है के आधार पर टीम को दिल्ली भेजा गया।
पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से अभियुक्तो द्वारा पीडिता को जिस नम्बर से कॉल की गयी, उस मोबाईल नम्बर की जानकारी करते हुए व धोखाधड़ी से प्राप्त धनराशि जिस खाते में स्थानान्तरित हुयी थी, उसके लाभार्थी खाताधारक की जानकारी प्राप्त की गयी व खाते का खाताधारक के सम्बन्ध में साक्ष्य एकत्रित करते हुये अभियोग में 01 अभियुक्त मनीष पाल पुत्र मदन लाल निवासी RZQ-15 निहाल विहार, निहाल विहार, नागलोई पश्चिमि दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 02 मोबाईल फोन बरामद किये गये हैं।
साईबर पीड़ित महीला द्वारा अपने प्रथम सूचना विवरण के माध्यम से अवगत कराया कि उनके द्वारा वर्ष 2017 में 10 वर्ष की मैक्स लाइफ इंश्योरेंस पोलिसी खरीदी गयी, जिसकी मैच्यूरिटी वर्ष 2027 में पूर्ण होनी थी। इसी दौरान वर्ष 2022 में शिकायतकर्ता को अज्ञात नम्बर द्वारा कॉल किया गया जिसमें अज्ञात व्यक्ति द्वारा स्वंय को मैक्स लाइफ इंश्योरेंस से बताया व पोलिसी में कुछ समस्या होने पर किसी कारण उक्त पोलिसी को रोक दिया गया है और वह इस समस्या को हल करने में मदद कर सकता है तथा साथ ही यह भी बताया गया कि उसकी बीमा कम्पनी के वरिष्ठ अधिकारियों से जान पहचान हैं जिसके लिये कुछ पैसे लगेंगे, जिस पर उसके द्वारा दिये गये खाते में पैसे स्थानान्तरित किये गये। जिसके उपरान्त कुछ दिनो पश्चात उस व्यक्ति द्वारा पुनः शिकायतकर्ता को अन्य नम्बरों से कॉल करते हुए समस्या हल होने की बात कही गयी व बीमा कम्पनी के पैसा का भुगतान हो गया है। जिसके पश्चात उस व्यक्ति द्वारा सुनियोजित तरीके से पोलिसी की धनराशि को निवेश करने के नाम पर धनराशि का तीन गुना लाभ कमाने का लालच देकर उनके साथ धोखाधड़ी की गयी।
गठित पुलिस टीम में निरीक्षक देवेन्द्र नबियाल, उप निरीक्षक आशीष गुसाँई, अपर उप निरीक्षक सुरेश कुमार व कांस्टेबल नितिन रमोला शामिल थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने व ऑनलाईन बिजली के बिल का भुगतान करने वाले व्यक्तियों से सावधान रहें। किसी भी प्रकार के ऑनलाईन भुगतान करने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें। कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें। वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें।