देहरादून: स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखंड के अंतर्गत कार्यरत साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून द्वारा जारी आज दिनांक 09 जनवरी 2021, की साइबर बुलेटिन।
सुभाष रोड देहरादून निवासी एक व्यक्ति द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन में शिकायत अंकित की गई कि उनके द्वारा अपने फेसबुक एकाउन्ट पर एक अल्टो गाडी का विज्ञापन बिक्री हेतु देखा गया था, जिस पर उसके द्वारा उक्त विज्ञापन पर अंकित मोबाइल नम्बर वाले व्यक्ति द्वारा उक्त वाहन को अपना बताते हुए बेचने की बात कही गयी तथा शिकायतकर्ता को भुगतान ऑनलाईन करने की बात कहकर डिलीवरी चार्ज व अन्य चार्ज के रुप में 71800/- रुपये की धनराशि HDFC बैक खाते में जमा करवाकर धोखाधडी की गई। उक्त प्रार्थना पत्र की जांच उ0नि0 निर्मल भट्ट द्वारा की गई व शिकायतकर्ता के बैक से सम्पर्क किया गया। जिसपर ज्ञात हुआ कि शिकायतकर्ता के खाते से धनराशि मोबाइल फोन के माध्यम से HDFC बैक खाते में हस्तान्तरित की गयी है। कार्यवाही करते हुए सम्बन्धित बैक के नोडल अधिकारी से जानकारी प्राप्त कर खाते व खाताधारक का विवरण प्राप्त किया गया। उक्त बैक खाता जयपुर राजस्थान का होना पाया गया व अज्ञात मोबाइल धारक की जानकारी नोडल से की गई जिसमे उक्त नम्बर असम व उडीसा राज्य का होना पाया गया। प्रकरण में अभियोग पंजीकृत किया गया है।
नेहरुकालोनी देहरादून निवासी एक महिला द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन में शिकायत अंकित की गई कि उनकी मुलाकात फेसबुक पर एक इन्जीनियरिग ग्रुप के व्यक्ति से हुई। उक्त व्यक्ति द्वारा पढाई में उसकी साहयता करने के नाम पर शिकायतकर्ता से उसका मोबाइल नम्बर मांगा और उससे बाते करने लगा। फिर उक्त व्यक्ति द्वारा उसे झासें मे लेकर उसकी कुछ अश्लील तस्वीरे प्राप्त कर ली व शिकायतकर्ता को उक्त अश्लील तस्वीरे को सोशल साइट पर डालने की धमकी देकर रुपये 20,000/- प्राप्त कर और पैसो की मांग की जा रही है। उक्त प्रार्थना पत्र की जांच उ0नि0 निर्मल भट्ट द्वारा की गई व शिकायतकर्ता को जिन मोबाइल नम्बरों से फोन किया गया, उक्त फोन नम्बरों की जनकारी सम्बन्धित नोडल अधिकारी से की गई। जिसमे उक्त मोबाइल नम्बर बिहार व झारखण्ड का होना पाया गया। प्रकरण अग्रिम कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जनपद को भेजा जा रहा है।
देहरादून जनपद के पटेलनगर निवासी व्यक्ति द्वारा थाना साईबर क्राईम पर शिकायत दर्ज करायी गई। जिसमे उन्होने अपने गूगल पे खाते से 25000/- की ट्राजेक्शन की था किन्तू वह ट्राजेक्शन नही हो पाई। जिसपर उनके द्वारा गगूल पर गूगल पे का कस्टमर केयर नम्बर खोजा गया, तो एक नम्बर प्राप्त हुआ जिस पर उनके द्वारा फोन किया गया। उक्त व्यक्ति द्वारा स्वंय को गूगल कस्टमर केयर से बताते हुए कहा कि आप के पैसे वापस आ जायेगे। आपको एक मोबाइल नम्बर दिया जा रहा है जिसे आप अपने गूगल पे डाले, फिर उसने शिकायतकर्ता को अपना मोबाइल देकर उक्त मोबाइल नम्बर गूगल पे पर डालने हेतु कहा तो उक्त शिकायतकर्ता द्वारा उसके कहने पर उक्त नम्बर गूगल पे पर डाला गया व कोड डालते ही शिकायतकर्ता के खाते 25000 /- रुपये निकाल लिये गये। उक्त प्रार्थना पत्र की जांच उ0नि0 निर्मल भट्ट द्वारा की गई व शिकायतकर्ता के बैक से सम्पर्क किया गया। शिकायतकर्ता के खाते से धनराशि मोबाइल फोन यूपीआई के माध्यम से विभन्न पेमेट गेटवे में हस्तान्तरित की गई है , जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए सम्बन्धित पेमेन्ट गेटवे के नोडल अधिकारी से पत्राचार किया गया है। अज्ञात मोबाइल धारक की जानकारी की गई जिसमे उक्त नम्बर कलकत्ता पश्चिम बंगाल का होना पाया गया। प्रकरण अग्रिम कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जनपद को भेजा जा रहा है ।
साईबर सुरक्षा टिप
ध्यान रखे कि अंजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए किसी भी पेमेन्ट गेटवे /वॉलेट/मोबाईल एप्लीकेशन पर धनराशि प्राप्त करने हेतु कभी भी न तो QR कोड स्कैन करें और न ही UPI पिन डालें। ऐसा करने से हमेशा धनराशि आपके खाते से ही डेबिट होगी।
कृपया गूगल या अन्य किसी सर्च इंजन पर किसी कम्पनी/बैंक का कस्टूमर केयर नम्बर न ढूंढें। कस्टमर केयर का नम्बर सम्बन्धित कम्पनी/ बैंक की अधिकारिक वैबसाईट से ही देखें।
ऑनलाईन प्लेटफार्म पर खरीदारी या सामान बेचते वक्त द्वितीय पार्टी में तत्काल विश्वास ना करें। सामान को भौतिक रुप से देखने व विक्रेता/क्रेता से व्यक्तिगत रुप में मिलकर ही भुगतान करें।