देहरादून : राजधानी दून का एक परिवार पिछले कुछ दिनों से खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है। एक सप्ताह से चार लोगों का परिवार परेड मैदान में अपना जीवन बसर कर रहा है।
एमडीडीए कॉलोनी डालनवाला, देहरादून निवासी रश्मि सिंह अपने परिवार संग पिछले एक सप्ताह से परेड मैदान में जीवन गुजर कर रहा है। रश्मि ने आरोप लगाया है कि नगर निगम और पार्षद व स्थानीय मंदिर समिति के कुछ लोगों के द्वारा उन पर अत्याचार किया गया। साथ ही रश्मि ने आरोप लगाया है कि बिना किसी पूर्व सूचना के उनके घर को तोड़ दिया गया। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि पार्षद द्वारा उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। रश्मि का कहना है कि वे इसकी शिकायत देहरादून एसएसपी कार्यालय, जिलाधिकारी, नगर निगम और जनता दरबार में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल से कर चुकीं हैं। बावजूद इसके हर जगह से उन्हें निराशा ही हाथ लगी।
वहीँ हैलो उत्तराखंड न्यूज़ से बात करते हुए पार्षद आनंद त्यागी ने कहा कि रश्मि द्वारा लगाए गए आरोप सरासर झूठे और बेबुनियाद है। पार्षद का कहना है कि रश्मि सिंह ने अपना पुराना घर बेच दिया है जिसमे उसका परिवार पिछले 15 वर्षों से रह रहा था। बाद में रश्मि ने नदी के बीचों-बीच अवैध घर का निर्माण कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि रश्मि का परिवार एक अलग रास्ते की भी मांग कर रहा है जिसका मंदिर समिति विरोध कर रही है। पार्षद ने कहा कि मामला नगर निगम में पहुंचा तो निगम के कर्मचारियों ने रश्मि के घर पर तोड़फोड़ कर ताला जड़ दिया। पार्षद ने कहा कि नदी में यदि किसी भी व्यक्ति द्वारा अवैध निर्माण किया गया तो उसके खिलाफ कारवाही की जाएगी।