नोएडा: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में 2 सितंबर से 14 सितंबर तक COP-14 Conference of Parties सम्मेलन का आयोजन किया गया है। यह संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेजर्टिफिकेशन (यूएनसीसीडी) के तहत होने वाला 14वां सम्मेलन है। इसका शुभारंभ केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने किया था। इसमें 94 देशों के पर्यावरण मंत्रियों समेत करीब 190 देशों के छह हजार प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया है। इसमें ग्लोबल लेवल पर जलवायु परिवर्तन (Climate Change), नष्ट होती जैव विविधता (Bio Diversity) और मरुस्थलीकरण (Desertification) जैसे बढ़ते खतरों से निपटने के लिए चर्चा होगी। हर दो साल में बैठक शुरू होने के साथ ही भारत अगले दो साल के लिए यूएनसीसीडी का अध्यक्ष भी बन गया है।
इस सम्मेलन में आज पीएम मोदी ने भी शिरकत की। पीएम मोदी ने कहा कि, जलवायु परिवर्तन का Bio Diversity और जमीन दोनों पर असर पड़ता है। सभी जानते हैं कि इसका पूरी दुनिया में गलत प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अब सिंगल यूज प्लास्टिक को अलविदा कहने का वक्त आ गया है। प्लास्टिक की वजह से जमीन दूषित हो जाती है। मैं UNCCD के सदस्यों से जल संरक्षण योजना बनाने की अपील करता हूं। इस दौरान मोदी ने कहा कि भारत सरकार 2030 तक 2.6 करोड़ हेक्टेयर बंजर जमीन को उपजाऊ बनाएगा। उन्होंने कहा आपको जानकर खुशी होगी भारत ट्री कवर बढ़ाने में सफल रहा। 2015 से 2017 के बीच भारत का वृक्ष और फॉरेस्ट कवर 8 मिलियन हेक्टेयर बढ़ा है। वन भूमि के विकास के लिए भारत सरकार ने पिछल हफ्ते राज्य सरकारों को तकरीबन 6 अरब डॉलर का फंड जारी किया है।
#WATCH PM Modi addressing the 14th Conference of Parties (COP14) to United Nations Convention to Combat Desertification (UNCCD) in Greater Noida,UP. https://t.co/THhldC9IQ3
— ANI (@ANI) September 9, 2019