नई दिल्लीःपिछले ढाई महीने से नए नेतृत्व का चेहरा तय करने पर जारी सियासी चुनौती को अनुच्छेद 370 पर पार्टी में मचे घमासान ने और बढ़ा दिया है। कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर लंबे समय से चल रही उहापोह की स्थिति कल खत्म हो सकती है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर शनिवार को पार्टी की बैठक में निर्णय होगा।
सिंघवी ने ट्वीट कर कहा, ‘शनिवार को सहमति स्थापित करने वाले कांग्रेस अध्यक्ष का चयन होना चाहिए। जरा सी देरी भी अब विकल्प नहीं है।’ दरअसल, पार्टी के अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद बनी असमंजस की स्थिति और नेतृत्व के संकट को खत्म करने की कोशिश करते हए कांग्रेस ने 10 अगस्त को पार्टी की कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाई है। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद गत 25 मई को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में गांधी की ओर से इस्तीफे की पेशकश के बाद से सीडब्ल्यूसी की अगली बैठक और अगले अध्यक्ष को लेकर लगातार अटकलें लगाई जा रही थीं। शशि थरूर और पार्टी के कई नेता यह खुलकर कह चुके हैं कि यह असमंजस की स्थिति खत्म होनी चाहिए और नए अध्यक्ष को लेकर जल्द फैसला होना चाहिए। पार्टी के नए अध्यक्ष को लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, सुशील कुमार शिंदे सहित कई वरिष्ठ नेताओं के नामों की चर्चा भी हुई।
पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक अंतरिम अध्यक्ष की रेस में प्रबल दावेदार माने जा रहे। वरिष्ठ नेताओं की पीढ़ी में मल्लिकार्जुन खड़गे की दावेदारी भी गंभीर है। वासनिक और पिछली लोकसभा में कांग्रेस के नेता रहे खड़गे के अलावा पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा के नाम भी संभावितों में हैं। खास बात यह है कि ये सभी नेता दलित समुदाय से हैं। वहीं, युवा दावेदारों में राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का नाम है तो ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अनुच्छेद 370 पर पार्टी लाइन की मुखालफत कर खुद को दौड़ से बाहर कर लिया है।