नई दिल्ली: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के लिए कांग्रेस द्वारा जारी किये मेनिफोस्टो में सरकारी भवनों और उसके परिसरों में आरएसएस की ‘शाखा’ नहीं चलने वाले दावे को लेकर राजनीति गर्मा गई है। बीजेपी ने इस मुद्दे पर कांग्रेस की तीखी आलोचना की है। रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि ऐसा लगता है कि आजकल कांग्रेस का सिर्फ एक ही लक्ष्य है मंदिर नहीं बनने देंगे, शाखा नहीं चलने देंगे, उसके पास ना तो अपना एजेंडा है और ना ही सोच है, उसका काम केवल बीजेपी पर हमला करना है, जनता भी ये बात समझ रही है और वो उसको जरूर जवाब देगी।
Looks like the Congress these days has only one motto- 'Mandir nahi ban ne denge, Shakha nahi chalne denge:' Sambit Patra,BJP on #Congress in its manifesto in #MadhyaPradesh says RSS 'shakhas' would not be allowed in Government buildings pic.twitter.com/ixMU7ZHUgn
— ANI (@ANI) November 11, 2018
वहीं इस मसले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि आरएसएस एक राजनीतिक संगठन है। अगर कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में यह कहा है कि वह एमपी में सत्ता में आने के बाद शाखाओं को बदं करा देगी, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। एक सरकारी कर्मचारी को अपने कार्यकाल के दौरान किसी राजनीतिक दल के साथ खुले तौर पर नहीं रहना चाहिए।
गौरतलब है कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में कुल 973 वादें किए गए हैं, जिसमें 75 पर फोकस किया गया है, इसके बारे में बात करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस के चीफ कमलनाथ ने कहा कि अगर हमारी पार्टी सत्ता में आती है तो बेघरों को 2.50 लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा।