नई दिल्ली: मेघालय विधानसभा की सभी सीटों के नतीजे घोषित होने के बाद अब राज्य में सरकार बनाने को लेकर जोड़तोड़ शुरू हो चुका है। यहां किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। मेघालय में 59 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए थे। कांग्रेस ने यहां 21 सीटों पर जीत हासिल की है। अब पार्टी की नजर दूसरी विपक्षी पार्टियों से संपर्क साधकर बहुमत हासिल करने पर है। एनपीपी दूसरी बड़ी पार्टी के रूप में सामने आई है जिसके खाते में 19 सीटें हैं। वहीं बीजेपी को 2 सीटों पर जीत मिली है। यहां अन्य के खाते में 11 सीटें हैं। बीजेपी लगातार दूसरी सबसे बड़ी पार्टी एनपीपी के संपर्क में है। वहीं यूडीपी को 6 सीटें हासिल हुई हैं।
बीजेपी ने नॉर्थ ईस्ट के प्रमुख नेता हेमंत बिस्व सरमा को वहां फतह करने को भेजा है तो कांग्रेस ने कमलनाथ, अहमद पटेल, मुकुल वासनिक को पक्की जीत को हाथ से न निकलने के लिए भेजा है। कांग्रेस ने त्रिपुरा और नगालैंड में मिली हार के बाद मेघालय में सरकार बनाने की संभावनाओं की तलाश के लिए अपने दिग्गज नेताओं को वहां भेजा है। कांगेस की ओर से पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और कमल नाथ सरकार बनाने के लिए स्वतंत्र उम्मीदवारों से गठजोड़ की संभावना पर बातचीत करने के लिए मेघालय में डेरा जमाए हुए हैं।
पटेल और कमल नाथ ने मुकुल संगमा से बातचीत की
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अहमद पटेल और कमल नाथ ने शिलांग पहुंचने के बाद ही पार्टी के नेताओं के अलावा निवर्तमान मुख्यमंत्री मुकुल संगमा से बातचीत की। दोनों नेताओं ने दावा किया है कि कांग्रेस मेघालय में सरकार बनाएगी और इस दिशा में काम कर रही है। वासनिक ने कहा कि कांग्रेस पिछले पांच वर्षों से मेघालय में सत्ता में है और इस साल भी बहुमत आने की उम्मीद कर रही थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है और एक तरह की विचारधारा वाली पार्टियों को सरकार बनाने के लिए साथ काम करना चाहिए।