देहरादून: राजधानी दून में वसंत उत्सव मेले को लेकर तैयारियां शुरू हो गयी है। प्रदेश के राज्यपाल कृष्ण कान्त पॉल ने अधिकारीयों के साथ मिल कर बैठक की जिसमे सभी विभाग के आलाधिकारी मौजूद थे। बैठक में दो दिन तक होने वाले वसंत उत्सव की तैयारियों को लेकर चर्चाये की गयी। देहरादून राजभवन में 24 फरवरी से दो दिन तक वसंत उत्सव चलेगा। इस दौरान राजभवन में दो दिन तक फूलों की प्रदर्शनी लगेगी जिसमे आम जनता भी प्रदर्शनी का लुप्त उठा पायेगी।
वसंत उत्तर भारत तथा समीपवर्ती देशों की छह ऋतुओं में से एक ऋतु है, जो फरवरी, मार्च और अप्रैल के मध्य इस क्षेत्र में अपना सौंदर्य बिखेरती है। ऐसा माना गया है कि माघ महीने की शुक्ल पंचमी से वसंत ऋतु का आरंभ होता है। फाल्गुन और चैत्र मास वसंत ऋतु के माने गए हैं। फाल्गुन वर्ष का अंतिम मास है और चैत्र पहला। इस प्रकार हिंदू पंचांग के वर्ष का अंत और प्रारंभ वसंत में ही होता है। इस ऋतु के आने पर सर्दी कम हो जाती है, मौसम सुहावना हो जाता है, पेड़ों में नए पत्ते आने लगते हैं, आम के पेड़ बौरों से लद जाते हैं और खेत सरसों के फूलों से भरे पीले दिखाई देते हैं जिसके चलते राग रंग और उत्सव मनाने के लिए यह ऋतु सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। इसे ऋतुराज भी कहा जाता है।