पिथौरागढ़/उत्तरकाशी: जिले में कलेक्ट्रेट मिनिस्ट्रीयल कर्मचारियों ने अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। पिथौरागढ़ में कर्मचारियों ने कलेक्ट्रट परिसर में धरना देकर अपनी मांगो को लेकर नारेबाजी भी की। मिनिस्ट्रीयल कर्मचारियों का कहना है कि कलेक्ट्रेट के पुर्नगठन, नायब तहसीलदार के 10 फीसदी पदों पर सीधी भर्ती जैसी मांगों को लेकर वे लम्बे समय से संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन उनकी मांगों को लगातार अनदेखा किया जा रहा है। उन्होंने सरकार से अपनी मांगे जल्द पूरा किये जाने की मांग की।
वहीँ उत्तरकाशी में भी कलक्ट्रेट मिनिस्ट्रीरियल कर्मचारियों संघ का अपनी मांगों को लेकर मंगलवार से तीन दिवसीय कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। कार्य बहिष्कार के दौरान कर्मचारियों ने बताया कि हर बार उन्हें झूठे आश्वासन दिए जा रहे हैं। जबकि जल्द ही मांगों के निस्तारण की मांग की गई है।
इस दौरान मिनिस्ट्रीरियल कर्मचारियों की ओर से बताया गया कि लंबे समय से कलक्ट्रेट अधिष्ठान के संरचनात्मक ढांचे का यथाशीघ्र पुनर्गठन करने, मिनीस्ट्रीरियल कर्मचारियों की शौक्षिक योग्यता स्नातक करने, कैबिनेट की बैठक में लिए निर्णय के तहत नायब तहसीलदार की सीधी भर्ती से दस प्रतिशत पदों पर मिनीस्ट्रीरियल कर्मियों की पदोन्नति का शासनदेश जारी करने, नवसृजित तहसीलों में स्वीकृत कनिष्ठ सहायक ग्रेड पे को बढ़ाने तथा वरिष्ठ सहायक के पदों का ग्रेड पे भी बढ़ाने की मांग तथा मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, वरिष्ठ प्रशानिक अधिकारी के रिक्त पदों पर तत्काल पदोन्नति की जाय।
उन्होंने कहा कि इन सभी मांगों को लेकर हर बार सरकार मिनीस्ट्रीरियल कर्मचारियों को झूठे आश्वान दे रही है। जबकि इस संबंध में कई बार कार्य बहिष्कार भी किया जा चुका है। लेकिन इसके बाद भी सरकार कोई उचित कार्यवाही करने को तैयार नहीं है जिस कारण मिनीस्ट्रीरियल कर्मचारियों में रोष भरा है। वहीं सरकार से जल्द ही मांगों के निस्तारण की मांग की गई है।