देहरादून: देहरादून में सोमवार को बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध का असर नजर आने लगा है। युवा बेरोजगार संगठन को दून के सभी कोचिंग सेंटर ने भी अपना समर्थन दिया है। जिसके चलते मंगलवार को देहरादून के लगभग सभी कोचिंग सेंटर बंद रहे। दरअसल, सभी बेरोजगार युवा देहरादून के इन्हीं कोचिंग सेंटर में तैयारी कर रहे हैं। युवाओं ने उग्र आंदोलन की तैयारी भी कर ली है। जल्द ही राजधानी देहरादून में एक और बड़ी रैली की तैयारियां भी तेज हो गई हैं। बताया जा रहा है कि रैली में बेरोजगार युवाओं के परिजन भी हिस्सा लेंगे। इससे सरकार की परेशानी बढ़नी तय है।
निकाय और 2019 लोकसभा चुनाव से पहले जिस तरह युवाओं ने सरकार के खिलाफ बिगुल फूंका है, उससे एक बात तो तय है कि सरकार को युवाओं पर लाठीचार्ज भारी पड़ने वाला है। जिस तरह युवा आंदोलन की तैयारी में हैं। उससे ऐसा नहीं लगता है कि बेरोजगार युवा पीछे हटने वाले हैं। आंदोलन को अब रणनीतिक ढंग से आगे बढ़ाने की तैयारी है। पहले चरण का आगाज हो चुका है, जिसके तहत देहरादून के कोचिंग सेंटर बंद कर दिए गए हैं। आने वाले दिनों में सरकार के लिए बेरोजगारों का आंदोलन रानीतिक रूप से परेशानियां तो जरूर खड़ी करेगा। बेरोजगारों के आंदोलन को विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ ही कांग्रेस, यूकेडी और दूसरे छोटे दलों का समर्थन भी मिल गया है। ऐसे में यह भी देखना होगा कि युवा बेरोजगारों का यह आंदोलन क्या मोड़ लेता है।