देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आज अपना 58वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर गुरूवार को मुख्यमंत्री आवास में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल, मेयर देहरादून सुनील उनियाल गामा, प्रशासनिक अधिकारियों व अन्य गणमान्य लोगों ने सीएम को बधाई व शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री के जन्मदिन के मौके पर बीजेपी प्रदेश में जगह-जगह कार्यकर्मों का आयोजन कर रही है।
राजनीतिक सफर:
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बीजेपी से पहले दो दशकों तक आरएसएस के प्रचारक रहे हैं। उन्हें हमेशा से अमित शाह का करीबी माना जाता रहा है। रावत का राजनीतिक सफर वर्ष 1979 में शुरू हुआ। त्रिवेंद्र सबसे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े।
आरएसएस से जुड़ने के बाद साल 1981 में संघ के प्रचारक के रूप में उन्होंने काम करने का संकल्प लिया। साल 1985 में त्रिवेंद्र सिंह रावत देहरादून महानगर के प्रचारक का कार्यभार संभाला। फिर साल 1993 में उन्हें बीजेपी के क्षेत्रीय संगठन मंत्री की जिम्मेदारी मिली। त्रिवेंद्र रावत के कार्य से खुश होकर आलाकमान ने 1997 व 2002 में प्रदेश संगठन महामंत्री का जिम्मा सौपा। आरएसएस प्रचारक से बीजेपी के वरिष्ठ नेता बने त्रिवेंद्र सिंह रावत पहली बार 2002 में डोइवाला सीट से एमएलए बने। इसके बाद वो डोइवाला क्षेत्र से लगातार तीन बार चुने गए। रावत ने साल 2007-12 के बीच बतौर कृषि मंत्री राज्य के लिए कार्य किया।
त्रिवेंद्र रावत साल 2012 में रायपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़े और हार गए। फिर 2014 में डोईवाला सीट पर हुए उपचुनाव में भी हार का सामना करना पड़ा। दो हार के बाद उन्हें साल 2014 में झारखंड का प्रदेश प्रभारी बनाया। त्रिवेंद्र रावत ने फिर मोदी लहर के दौरान उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 में डोइवाला से जीत हासिल की। इसके बाद उन्हें उत्तराखण्ड का मुख्यमंत्री चुना गया।