नई दिल्ली: इन दिनों देश में शहरों और सड़कों का नाम बदलने का दौर चल रहा है। पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद का नाम प्रयागराज और फैजाबाद का नाम अयोध्या करने का फैसला लिया। वहीं अब शहरों का नाम बदलने की ये लहर गुजरात भी जा पहुंची है। बुधवार को गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन भाई पटेल ने कहा था कि सरकार अहमदाबाद का नाम बदलने का विचार कर रही है। इसके बाद गुरुवार को गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी इस पर मुहर लगा दी है। विजय रुपाणी ने गुरुवार को कहा है कि अहमदाबाद का नाम कर्णावती करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि, ‘अहमदाबाद का नाम कर्णावती करने के लिए लंबे समय से बातचीत और विचार चल रहा है, जिसके लिए राज्य सरकार कानूनी और अन्य पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जरूरी कदम उठाएगा।’
आपको बता दें कि इससे पहले गुजरात के डिप्टी सीएम नितिनभाई पटेल ने भी मीडिया को दिए अपने बयान में कहा था कि राज्य सरकार राजधानी अहमदाबाद का नाम बदल सकती है और इसके लिए प्रयास किया जा रहा है। बीजेपी के अहमदाबाद का नाम बदलने के प्रयास के बाद गुजरात और देश में काफी राजनीतिक बवाल मचा है। गुजरात में कांग्रेस नेताओं ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार की काफी आलोचना की है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि बीजेपी सांप्रदायिक आधार पर वोट के लिए और देश और समाज को बांटने के लिए ऐसा कर रही है।
बता दें कि अहमदाबाद 60 लाख से ज्यादा आबादी वाला ये शहर भारत में एक महत्वपूर्ण आर्थिक और औद्योगिक केंद्र के तौर पर शुमार किया जाता है। कपास के उत्पादन में इस शहर का दूसरा स्थान है। बुनाई के लिए ये शहर काफी मशहूर है। देशभर में इस शहर की पहचान व्यापार और वाणिज्य केन्द्र के तौर पर है।