देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को देहरादून में रायपुर- थानो मार्ग के मध्य निर्माणाधीन सौंडा-सरौली और भोपालपानी के पुल का विस्तृत स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान इंजीनियरिंग चीफ आरसी पुरोहित, लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर हरी ओम शर्मा, सुपरिडेन्टेड इंजीनियर राजेश शर्मा भी उपस्थित थे।
निरीक्षण के दौरान भोपालपानी के पुल की सड़कों में धंसाव देखा गया और पुल की दीवारें भी बाहर आ गयी थी। मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों को कड़ी फटकार लगाई। प्रमुख अभियन्ता लोक निर्माण विभाग को तत्काल गहराई से जांच के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से पूछा कि क्या उनके ऊपर निर्माण कार्य को शीघ्रता समाप्त करने का कोई दवाब था। इस प्रकार की घटनाओं में संलिप्त अधिकारी, कार्मिक और ठेकेदार सख्त कार्यवाही से बच नहीं सकते। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही और गुणवता में गिरावट बर्दाश्त नही की जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उपस्थित स्थानीय लोगों से भी बातचीत की और स्थिति की विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने लोगो से कहा कि इस प्रकार के लापरवाही के लिए दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जांच में सभी तथ्य सामने आने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने रायपुर-थानो मार्ग पर सौंडा सरौली पुल का भी विस्तृत स्थलीय निरीक्षण किया और निर्माण कार्यों की अद्यतन जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने उपस्थित अधिकारियों को सौंडा सरौली पुल को समय से पूरा करने और निर्माण कार्यों की गुणवता बनाए रखने के निर्देश दिए। इस दौरान बताया गया कि उक्त पुल का निर्माण कार्य आगामी 30 सितम्बर तक पूरा कर लिया जाएगा।