देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सोमवार को राजभवन में आयोजित एक संक्षिप्त कार्यक्रम में राजभवन की पत्रिका ‘देवभूमि संवाद’ का विमोचन किया। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और उनके पति प्रदीप कुमार भी इस अवसर पर मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ‘देवभूमि संवाद’ के प्रकाशन की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह राजभवन की गतिविधियों के दस्तावेजीकरण का अच्छा प्रयास है। राजभवन की भूमिका सदैव संरक्षक और मार्गदर्शक की रहती है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल सदैव आम जनता, विशेषकर महिलाओं और बच्चों के सरोकारों के प्रति सजग रहती हैं।
राज्यपाल ने कहा कि यह मेरे लिए गौरव का विषय है कि उन्हें उत्तराखण्ड की राज्यपाल के रूप में देवभूमि की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है। संवैधानिक दायित्वों और मर्यादाओं का पालन करते हुए उत्तराखण्ड के सर्वांगीण विकास में योगदान करना ही उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल पद की शपथ लेने के तीन माह के भीतर मैने प्रदेश के सभी जनपदों का व्यापक भ्रमण किया और लोगों से मुलाकातें की। मुझे यहाँ की महिलाओं ने विशेष रूप से प्रभावित किया। उत्तराखण्ड के निर्माण से लेकर इसके विकास के सभी आयामों में यहाँ की मातृशक्ति की बड़ी भूमिका रही है।
सचिव राज्यपाल रमेश कुमार सुधांशु ने कहा कि, देवभूमि संवाद का प्रकाशन राज्य निर्माण के बाद से एक प्रथम प्रयास है। इससे पूर्व राजभवन द्वारा दो कॉफी टेबल बुक्स और पूर्व राज्यपाल के सिलेक्टेड दीक्षांत संबोधनो की एक पुस्तक प्रकाशित हुई है। लेकिन राज्यपाल से जुड़े सभी कार्यक्रमों, भाषणों का यह पहला डॉक्युमेंटेशन है। देवभूमि संवाद के इस प्रथम अंक में राज्यपाल मौर्य के प्रथम छह माह के सार्वजनिक कार्यक्रमों, भेंटों और महत्वपूर्ण बैठकों की जानकारी संकलित की गई है। सविच ने बताया कि शपथ ग्रहण के तुरंत बाद ही राज्यपाल मौर्य ने प्रदेश के सभी जनपदों के भ्रमण का लक्ष्य निर्धारित किया जिससे वे यहाँ के लोगों को, उनकी समस्याओं को, उनकी संभावनाओं को भली-भांति जान सके। गुणवत्ता युक्त शिक्षा, अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं, महिला सशक्तिकरण एवं बालिका शिक्षा राज्यपाल की प्राथमिकताओं में हैं।
उपनिदेशक सूचना राजभवन नितिन उपाध्याय ने कहा कि इस पत्रिका में राज्यपाल मौर्य के कार्यकाल के प्रथम छः माह के कार्यक्रमों का विवरण है। यह उनके महत्वपूर्ण भाषणों और दीक्षांत संबोधनो का संग्रह है। देवभूमि संवाद पुस्तिका आवरण पृष्ठ सहित कुल 168 पृष्ठों की है। इस पुस्तिका में 6 खण्ड हैं जिसमें राज्यपाल के कार्यक्रमों का विवरण, दीक्षांत भाषणों का संकलन, अन्य कार्यक्रमों के भाषणों का संकलन, फोटो गैलरी, प्रेस कवरेज आदि सम्मिलित है। पुस्तिका में कुल 150 चित्र हैं। पुस्तिका में पूर्व राज्यपालों की तस्वीर और कार्यकाल का विवरण भी है। आगामी अंको में इसे और बेहतर बनाने की कोशिश रहेगी।
इस अवसर पर विधि परामर्शी राज्यपाल कहकशां खान, संयुक्त सचिव विक्रम सिंह यादव, परिसहाय राज्यपाल डॉ. असीम श्रीवास्तव एवं मेजर मुदित सूद, वित्त नियंत्रक खजान पाण्डेय, वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. महावीर सिंह, डॉ. एके सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।