देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की गतिविधियों को राज्य के शेष 35 विकासखण्डों में भी संचालित करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने इन विकासखण्ड़ों के लिये योजना क्रियान्वयन हेतु ब्लॉक मिशन प्रबन्धक, एरिया समन्वयक, कम्प्यूटर आपरेटर व लेखाकार के 140 पदों की भी स्वीकृति प्रदान की गयी है।
इस सम्बन्ध में अपर सचिव ग्राम्य विकास राम विलास यादव ने बताया कि अनके द्वारा मुख्यमंत्री को गत दिवस उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन गतिविधियों से अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा दीनदयाल अन्त्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत योजना के प्रारम्भ से वर्तमान तक 13 जनपदों के 60 विकासखण्डों में कुल 27455 स्वयं सहायता समूह, 1403 ग्राम संगठन तथा 52 कलस्टर स्तरीय संगठन बना लिये गये है। 17630 समूहों को रिवाल्विंग फण्ड, 5589 समूहों को सामुदायिक निवेश निधि प्रदान की गयी है। कुल 16289 समूहों की सूक्ष्म ऋण योजना तैयार करते हुये उन्हें आजीविका गतिविधियों से जोडने हेतु 8144 समूहों को बैंक ऋण उपलब्ध कराया गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य में 7146 स्वयं सहायता समूहों के 48786 सदस्यों के द्वारा आजीविका गतिविधियां प्रारम्भ की गयी है। जिसमें 112 समूहों द्वारा टी.एच.आर. 15 समूहों द्वारा फार्म मशीनरी बैंक, 29 प्रसाद निर्माण, 15 समूहों नर्सरी, 38 समूहों द्वारा स्कूल ड्रेस निर्माण कार्य, 06 समूहों द्वारा स्टेशनरी, 36 समूहों द्वारा इन्टरप्राइज, 63 समूहों द्वारा डेयरी, 253 समूहों द्वारा कृषि सम्बन्धी कार्य, 10 समूहों द्वारा हाल्टीकलचर, 02 समूहों द्वारा आर0यू0टी0एफ0, 26 समूहों द्वारा एल0ई0डी0 बल्व तैयार किये जा रहे है। जिससे 1944 सदस्यों को स्वरोजगार प्राप्त हो रहा है। स्वयं सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री के बाजारीकरण हेतु यू0एस0आर0एल0एम0 द्वारा 13 जनपदों में 13 नैनों पैकेजिंग यूनिट, 13 सरस सेन्टरों को जनपद स्तर पर आउटलेट के रूप में तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा यू0एस0आर0एल0एम0 द्वारा आगेर्निक फार्मिग हेतु एम0के0एस0पी0, गैर कृषि कार्यो हेतु एस0ई0वी0पी0, ए0जी0ई0वाई0 व एम0एस0एम0ई0 द्वारा संचालित ग्रोथ सेन्टर योजना संचालित की जा रही है।