मसूरी: जनता दरबार में सीएम द्वारा शिक्षिका के साथ किए गए अभद्र व्यवहार की हर कोई निंदा कर रहा है। इसी कड़ी में उत्तराखण्ड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने भी बयान दिया है। किशोर उपाध्याय ने कहा कि जो घटना जनता दरबार के दौरान हुई है वो बहुत ही निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार का व्यवहार जनता दरबार में हुआ है यह उत्तराखंड के लिए कलंक है। उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह देते हुए कहा कि अगर सीएम को उत्तराखंड के प्रति थोड़ा भी प्यार है, तो उन्हें उत्तराखंड की जनता और मात्र शक्ति से माफ़ी मंगनी चाहिए और शिक्षिका को लेकर जो भी कार्यवाही की गई है, उसे वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर सीएम द्वारा ऐसा नहीं किया जाता है तो यह एक बड़े आन्दोलन का रूप ले सकता है। वहीं प्रदेश पर चिंता जताते हुए किशोर उपाध्याय ने कहा की उत्तराखंड का 70 प्रतिशत हिस्सा जंगलों के लिए आरक्षित है, इसलिए उत्तराखंड वासियों को वन वासी घोषित किया जाना चाहिए साथ ही जो सुविधाएँ वन वासियों को दी जाती हैं वही सुविधाएं उत्तराखंड वासियों को भी दी जानी चाहिए।