रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग जनपद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान का खुलकर मखौल उड़ाया जा रहा है। एक ओर जिले को ओडीएफ घोषित किया गया है वहीं आपदा पुर्ननिर्माण सहित अनेकों निमार्ण ऐजेन्सियों के मजदूर खुले में ही शौच कर रहे हैं और प्रशासन का कहना है कि उनके संज्ञान में मामला है। जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग पर लम्बे समय से निर्माण कार्य चल रहा है और सैकड़ों की संख्या में यहां मजदूर भी हैं। नदियों के किनारे मजदूरों के डेरे बने हुए हैं और सीधे तौर पर नदियों के किनारे काफी गंदा भी किया जा रहा है। कार्यदायी एजेंसियों को भले ही पूर्व में स्पष्ट निर्देश दिये गये थे कि कोई भी निर्माण कार्य तभी शुरु होगा जब मजदूरों के लिए शौचालयों का निर्माण होगा मगर आज तक भी किसी ठेकेदार द्वारा शौचालयों का निर्माण नहीं किया गया है।
जिले में अब ऑल वेदर रोड का निर्माण कार्य भी शुरु हो गया है तो ऐसे में हजारों की तादाद में यहां मजदूर भी आयेंगे। स्वच्छ भारत मिशन के नारे जिले में सिर्फ पोस्टर, बैनरों, दीवारों और सरकारी मीटिंगों तक ही सीमित रहने वाले हैं। वहीं जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि उन्हें इस सम्बन्ध में शिकायतें मिली हैं और ठेकेदारों को शौचालय निर्माण करने के निर्देश भी दिये गये हैं मगर बडी बात यह है कि जब डीएम को सब पता है तो क्यों नहीं ऐसे ठेकेदारों पर कार्यवाही हो रही है जो खुलेआम नियमों की अनदेखी कर रहे हैं।